जुबिली न्यूज डेस्क
महाकुंभ में आ रही भीड़ के चलते ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई है. महाकुंभ नगर से लेकर शहर तक वाहनों का लगा लंबा जाम लगा हुआ है. .महाकुंभ में आ रहे श्रद्धालु 20 किलोमीटर तक पैदल चल रहे हैं. धूमनगंज,चौफटका,रेलवे स्टेशन सिटी साइड, दारागंज बक्शी बांध समेत हर इलाके में लगा लंबा जाम.जगह-जगह सैकड़ो वाहन जाम में फंसे.दफ्तर जाने वाले अधिकारियों कर्मचारियों को जाम से हो रही परेशानी. अधिवक्ता भी जिला अदालत और हाईकोर्ट तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.शहर के हर एंट्री प्वाइंट्स पर वाहनों का लंबा जाम लगा हुआ है.हजारों लोग जाम में फंसे हुए हैं.
सफाई के मुद्दे पर अखिलेश ने सरकार को घेरा
सपा चीफ अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट पर लिखा- संगम के मुख्य नहान स्थान पर हर तरफ़ फैली अपरंपार गंदगी की सफ़ाई का इंतज़ाम तुरंत किया जाए. ये गंदगी स्वच्छता और स्वास्थ्य दोनों तरह से बहुत हानिकारक है. इससे महाकुंभ की पवित्र-पावन छवि भी दूषित और धूमिल हो रही है.
संगम के मुख्य नहान स्थान पर हर तरफ़ फैली अपरंपार गंदगी की सफ़ाई का इंतज़ाम तुरंत किया जाए। ये गंदगी स्वच्छता और स्वास्थ्य दोनों तरह से बहुत हानिकारक है। इससे महाकुंभ की पवित्र-पावन छवि भी दूषित और धूमिल हो रही है। pic.twitter.com/fXdofU4oi3
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 10, 2025
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा प्रयागराज महाकुंभ जाम में फँसे लोग अपने वाहनों में क़ैद घंटों से क़ैद हैं. ज़रूरतों के लिए महिलाओं तक के लिए कोई स्थान नहीं है. जो लोग रास्तों में बेसुध हो रहे हैं, उनकी देखभाल का कोई इंतजाम नहीं है. श्रद्धालुओं के मोबाइल फ़ोन की बैटरी ख़त्म हो गयी है, जिससे उनका अपने लोगों से संपर्क टूट गया है.
संपर्क और सूचना के अभाव में लोगों में बेचैनी बढ़ गयी है. हालातों पर क़ाबू पाने के लिए कोई ज़िम्मेदार मंत्री या व्यक्ति नहीं दिखाई दे रहा है. मुख्यमंत्री तो पूरी तरह से नाकाम साबित हो ही चुके हैं साथ ही प्रयागराज से संबंधित उपमुख्यमंत्री और कई जानेमाने मंत्रीगण नदारद हैं. जिन्हें जनता के बीच होना चाहिए था वो घरों में बैठे हैं.
महाकुंभ…..इस जाम को देख कर भी कुछ लोग कह रहे हैं कि अफवाह फैलाई है रही है… इलाहाबाद में ऐसा कुछ नही है.. pic.twitter.com/UxCOwy2RGn
— Kavish Aziz (@azizkavish) February 10, 2025
जो सिपाही, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी या सफ़ाईकर्मी दिनरात निष्ठापूर्वक भूखे-प्यासे डटे हैं, उनके भोजन पानी की कोई व्यवस्था दिखाई नहीं दे रही है. अधिकारी कमरों में बैठकर आदेश तो दे रहे हैं लेकिन ज़मीन पर नहीं उतर रहे हैं. प्रयागराज के नगरवासियों को गंदगी, जाम और महंगाई के सिवा कुछ भी नहीं मिला है.
ये भी पढ़ें-बजट सत्र राज्यसभा में कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने की जनगणना कराने की मांग
सुनने में आया है कि अब भाजपाई श्रद्धालुओं पर ही ये आरोप लगा रहे हैं कि जब पता है कि हर तरफ़ बद इंतज़ामी फैल गयी है तो श्रद्धालु आ ही क्यों रहे हैं. कोई प्रदेश में हादसे के मारे लोगों को अपने हाल पर छोड़कर दूसरे प्रदेश में समारोह में शामिल हो रहा है कोई विदेश चला जा रहा है.