जुबिली न्यूज डेस्क
देश में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका व्यक्त की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर अगस्त के अंतिम सप्ताह तक आयेगी। इसलिए लोगों से एहतियात बरतने की बात कही जा रही है।
भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों का आंकड़ा भले ही तेजी से नहीं बढ़ रहा है, लेकिन नए मामलों की रफ्तार न घटने से चिंता बनी हुई है।
सोमवार की सुबह एक बार फिर से पिछले एक दिन में 39,361 नए केस दर्ज किए गए हैं। इससे पहले रविवार को भी 39,742 नए केस पाए गए थे। इससे साफ है कि कोरोना के नए मामलों का आंकड़ा खतरे के निशान के करीब बना हुआ है। मतलब पिछले कुछ दिनों से लगातार 40,000 के आसपास नए मामले मिल रहे हैं।
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विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही कोरोना के केसों में तेजी नहीं दिख रही है, लेकिन रफ्तार न घटना भी चिंता का विषय है। नए मामलों में कमी न आना कोरोना की तीसरी लहर की जमीन तैयार होने जैसा है।
सोमवार को एक ओर जहां कोरोना के नए मामले 39 हजार के पार हो गए तो वहीं रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या 35,968 ही रही है। इसके चलते एक ही दिन में देश में एक्टिव मरीजों की संख्या में 3 हजार से ज्यादा का इजाफा हुआ है।
देश में बीते रविवार को एक्टिव केसों की संख्या 4,08,212 थी, जो अब बढ़कर 4 लाख 11 हजार के पार है। इसके साथ ही भारत में कुल कोरोना संक्रमितों के मुकाबले सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 1.31 फीसदी पर है।
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हालांकि राहत की बात यह है कि डेली और वीकली पॉजिटिविटी रेट लगातार 3 फीसदी के आसपास बना हुआ है।
दरअसल देश के दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों में कोरोना की रफ्तार थमी नहीं है। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी लगातार बड़ी संख्या में केस मिल रहे हैं। इसके चलते देश भर का आंकड़ा 40,000 के करीब बना हुआ है।
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भले ही उत्तर भारत के यूपी, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में कोरोना केसों का आंकड़ा 100 के करीब ही बना हुआ है, लेकिन दक्षिण भारत और महाराष्ट्र के चलते स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।