जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. बिहार में भ्रष्ट आचरण के ज़रिये आय से अधिक सम्पत्ति जुटाने वाले अधिकारियों के सामने मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. ऐसे अधिकारियों की जानकारी जुटाकर उनके ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. ताज़ा मामला पटना में एक थानाध्यक्ष सतीश कुमार सिंह के पटना और भोजपुर ठिकानों पर एक साथ दबिश की कार्रवाई चल रही है.
बिहार सरकार की नज़र इन दिनों खासकर ऐसे लोगों पर टिकी है जो माफियाओं के साथ सांठगांठ कर बालू का अवैध खनन कराकर अपनी तिजोरियां तो भर रहे हैं लेकिन सरकार को राजस्व का बड़ा नुक्सान पहुंचा रहे हैं.
बिहार की राजधानी पटना के रानी तालाब के तत्कालीन थानाध्यक्ष सतीश कुमार सिंह के बारे में पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई को बालू खनन ने की गई बेशुमार आमदनी की जानकारी हुई तो अपर पुलिस महानिदेशक नैय्यर हसनैन खान के निर्देश पर पटना की सैनिक कालोनी और भोजपुर के कोईलवर स्थित कुल्हडिया में पुलिस अधिकारियों ने सतीश कुमार सिंह के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई की.
सतीश कुमार सिंह पर बालू खनन से 61 फीसदी अवैध सम्पत्ति अर्जित की है. जानकारी मिलने के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने 29 मार्च को सतीश कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा कायम किया और 30 मार्च को अदालत से अनुमति लेकर छापे की कार्रवाई भी शुरू कर दी. छापेमारी खत्म होने के बाद ही यह जानकारी सामने आ सकेगी कि इस थानाध्यक्ष ने कितनी काली कमाई जमा कर रखी है.
यह भी पढ़ें : क्लर्क के पास मिली आय से 750 गुना अधिक सम्पत्ति
यह भी पढ़ें : सीबीआई ने 19 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में की छापेमारी
यह भी पढ़ें : इत्र कारोबारी पीयूष जैन ने कैश छिपाने के लिए जमीन के नीचे बनाए थे बंकर
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : द कश्मीर फाइल्स मरहम बने तो बेहतर वर्ना…