जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मुसलमानों और महिलाओं को संघ की शाखाओं में आमंत्रित किया है. झारखंड के धनबाद स्थित राजकमल विद्या मन्दिर में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में भागवत ने कहा मुसलमानों को संघ की शाखाओं में आना चाहिए. वह यहाँ आयें और आरएसएस के विचारों को समझें.
भागवत ने कहा कि जो महिलायें संघ से जुड़ना चाहती हैं वो आयें, उनका स्वागत है. संघ को महिलाओं से परहेज़ नहीं है. उन्होंने कहा कि 30 साल पहले भी यह बात सामने आयी थी कि संघ में महिलाओं की भागीदारी होनी चाहिए. तब इस मुद्दे पर विचार नहीं किया गया लेकिन आज जो परिस्थितियां हैं उसमें महिलायें कंधे से कंधा मिलकर काम कर सकती हैं.
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मोहन भागवत ने कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र है और इसके लिए किसी प्रमाण की ज़रूरत नहीं है. यहाँ के मुसलमान भी अरब से आये मुसलमान नहीं हैं, वह यहीं के हैं, सभी के पूर्वज हिन्दू थे, सबका डीएनए एक ही है. उन्होंने कहा कि भारतीय मुसलमान अपने त्यौहार उसी तरह से मनाते हैं जैसे हिन्दू मनाते हैं. भारतीय मुसलमानों के संस्कार पूरी तरह से भारतीय हैं.