जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. वोटर आईडी कार्ड को आधार से लिंक करने की सरकार की कोशिशों के बीच पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एच.एस. ब्रह्मा ने कहा है कि यह प्रक्रिया लागू हुई तो नकली मतदाताओं की समस्या अपने आप खत्म हो जायेगी. उन्होंने बताया कि इस योजना को 2012 में ही उन्होंने पेश किया था लेकिन मौजूदा सरकार अब इसे लागू करने जा रही है.
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि वोटर आईडी और आधार के लिंक होने के बाद कोई भी मतदाता वोट डालने के लिए डुप्लीकेट वोटर आईडी का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा. इस प्रक्रिया के बाद उन लोगों को काफी आसानी हो जायेगी जो अपना शहर बदल लेने के बाद भी अपने मताधिकार का प्रयोग आसानी से कर पाएंगे. वोटर कार्ड क्योंकि आधार से लिंक है इसलिए नया वोटर आईडी आसानी से बनवाया जा सकता है.
केन्द्र सरकार अधिनियम में संशोधन कर वोटर आईडी को आधार से लिंक करने जा रही है तो सरकार ने यह भी साफ़ कर दिया है कि अगर किसी के पास आधार नहीं है लेकिन वोटर आईडी है तो भी उसे मताधिकार से वंचित नहीं किया जायेगा.
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने अपना ही उदाहरण देते हुए कहा कि मैं असम का हूँ. मेरे पास असम का वोटर आईडी हो सकता है. दिल्ली में तैनाती की वजह से मेरे पास दिल्ली में वोटर आईडी हो सकता है. मैं आंध्र कैडर से हूँ इसलिए मेरे पास तेलंगाना में भी वोटर आईडी हो सकता है. वोटर आईडी जब आधार से लिंक हो जायेगा तो एक ही वोटर आईडी इस्तेमाल किया जा सकता है.
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