जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से पूरी दुनिया में दहशत का माहौल है। ओमिक्रॉन का सबसे पहले मामला दक्षिण अफ्रीका में आया था। इसके चलते वहां बहुत सारे प्रतिबंध लगाए गए थे।
लेकिन अब महामारी के चलते दक्षिण अफ्रीका में लगे नाइट कर्फ़्यू को हटा दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि देश में कोरोना महामारी की चौथी लहर का पीक शायद निकल चुका है।
सरकार ने एक बयान में कहा है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के बहुत अधिक संक्रामक होने के बावजूद कोरोना की पिछली लहरों के मुकाबले लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की दर कम रही है। वहीं, मौतों में भी मामूली वृद्धि देखी गई है।
कोविड-19 का ओमिक्रॉन वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था। ये वेरिएंट दूसरे वेरिएंट्स के मुकाबले अधिक संक्रामक बताया जा रहा है जिसके कारण पूरी दुनिया में कोरोना से बचाव संबंधी नियमों में सख़्ती की जा रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट के संक्रमण की “सुनामी” आने की चेतावनी दी है।
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लेकिन, दक्षिण अफ्ऱीका में गुरुवार को सरकार ने कुछ नियमों में ढील दिए जाने की घोषणा की है।
एक विशेष कैबिनेट बैठक के बाद कहा गया है कि देश के लगभग सभी प्रांतों में कोरोना के मामलों और अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है।
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एक हफ्ते में 25 दिसंबर 2021 तक देश में कोरोना संक्रमण के 89,781 नए मामले थे जबिक उससे पिछले हफ्ते में ये मामले 127,753 थे।