जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमृतसर स्थित जलियांवाला बाग़ स्मारक के जीर्णोद्धार के बाद उसका वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये उद्घाटन किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि पंजाब वीरों की भूमि रही है. माँ भारती की उन संतानों को आज नमन करना चाहता हूँ जिन्होंने अमानवीयता की सारी हदों को सह लिया लेकिन आज़ादी की लौ को बुझने नहीं दिया.
प्रधानमंत्री ने सरदार भगत सिंह और ऊधम सिंह जैसे क्रांतिकारियों को भी इस मौके पर याद किया. उन्होंने कहा कि जलियांवाला बाग़ वह स्थान है जिसने अपने देश पर मर मिटने का हौंसला दिया. ऐसे वीरों के बलिदान को याद करने के साथ ही हमें अपने अतीत की विभीषिकाओं को भी भूलना नहीं चाहिए. इसी वजह से हमने 14 अगस्त को हर साल विभाजन विभीषिका दिवस मनाने का फैसला किया है.
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले हमारे सैनिकों के लिए भी एक राष्ट्रीय स्मारक होना चाहिए. नेशनल वॉर मेमोरियल नौजवानों में देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर देने की प्रेरणा लगातार जगाता रहता है. उन्होंने कहा कि पुलिस और अर्द्ध सैनिक बालों के लिए भी आज़ादी के इतने दिनों बाद तक कोई राष्ट्रीय स्मारक नहीं था. आज पुलिस और अर्द्ध सैनिक बालों को समर्पित राष्ट्रीय स्मारक भी नई पीढ़ी की प्रेरणा का स्रोत बन रहा है.