जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. पैसा कुछ लोगों के लिए इतनी अहमियत वाला बन जाता है कि रिश्तों को दफ्न करने से भी वह परहेज़ नहीं कर पाते. एक कहावत है कि डायन भी सात घर छोड़ देती है लेकिन बिहार के मुज़फ्फरपुर में सम्पत्ति हड़पने की गरज से रिश्तेदारों ने ही 11 साल की मासूम का अपहरण कर लिया और परिवार से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगने लगे.
11 साल की बच्ची के लिए एक करोड़ की फिरौती की खबर सुनते ही पुलिस सक्रिय हो गई. पुलिस ने अंदाजा लगा लिया कि इस मामले के तार परिवार से ही जुड़े हैं. सावधानी के साथ पड़ताल हुई तो पुलिस ने न सिर्फ मासूम को सकुशल बरामद कर लिया बल्कि अपहरण में शामिल बच्ची के मामा के दो बेटे और मौसा भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए.
मुज़फ्फरनगर के साहेबगंज इलाके से दो बाइक सवारों ने 11 साल की मासूम का अपहरण कर लिया और परिवार से एक करोड़ रुपया तैयार रखने का फोन कर दिया. बच्ची के मामा मुन्नीलाल के बेटों रोहित और राहुल ने इस अपहरण काण्ड को अंजाम दिया था.
दरअसल साहेबगंज में रहने वाले योगेन्द्र राय की दो बेटियां हैं. कोई बेटा नहीं होने की वजह से एक बेटी चम्पा उन्ही के साथ रहती हैं. योगेन्द्र राय ने चार महीना पहले अपनी कुछ ज़मीन अपनी नातिन के नाम लिख दी थी. उनकी दूसरी बेटी के पति सुन्दर राय को को यह फैसला सही नहीं लगा और उन्होंने बच्ची के अपहरण की योजना
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सुन्दर राय ने योगेन्द्र राय के भाई महेन्द्र राय के बेटों को इस साज़िश का हिस्सा बनाया. बच्ची के मामा को ही अपहरण करना था तो कोई दिक्कत भी नहीं आयी. लेकिन जब एक करोड़ की फिरौती का फोन परिवार के पास पहुंचा तो पुलिस सक्रिय हो गई. पुलिस ने परिवार से जुड़े लोगों और रिश्तेदारों पर नज़र दौड़ाई तो शक के आधार पर पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की पहचान कर ली. पुलिस ने पूरी सावधानी के साथ छापा मारा और बच्ची को बरामद कर लिया. पुलिस ने इस सम्बन्ध में नौ लोगों को गिरफ्तार किया है.