जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बार्डर पर आन्दोलन कर रहे किसानों के समर्थन में धरने में शामिल हुए संत बाबा राम सिंह की आत्महत्या मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. बाबा रामसिंह की आत्महत्या मामले पर दुःख जताते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार क्रूरता की सभी हदें पार कर चुकी है.
राहुल गांधी ने सरकार से कहा है कि उसे जिद छोड़कर कृषि क़ानून फ़ौरन वापस ले लेना चाहिए. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी बाबा रामसिंह की मौत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है. उधर किसान आन्दोलन में जान गंवाने वाले किसानों की विधवा और माएं भी आन्दोलन में शामिल होने सिन्धु बार्डर पर पहुँच गई हैं.
करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने कुंडली बॉर्डर पर किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ और श्रद्धांजलि।
कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं। मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है।
ज़िद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी क़ानून वापस लो! pic.twitter.com/rolS2DWNr1
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2020
संत बाबा रामसिंह ने सुसाइड नोट लिखने के बाद रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी. इस आत्महत्या से किसानों में काफी नाराजगी है. रामसिंह करनाल के नानकसर गुरुद्वारा साहिब से थे. अपने सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि किसानों का दुःख देखकर बहुत दुखी हूँ. वह अपना हक़ लेने के लिए सड़कों पर हैं. सरकार न्याय नहीं दे रही. यह ज़ुल्म है. ज़ुल्म करना भी पाप है और ज़ुल्म सहना भी पाप है. किसानों के हक़ में कई लोगों ने अपने पुरस्कार लौटाकर रोष जताया. यह ज़ुल्म के खिलाफ आवाज़ है. यह मजदूर किसान के हक़ में आवाज़ है.
यह भी पढ़ें : दो साल बाद देश में कहीं नज़र नहीं आयेंगे टोल प्लाज़ा
यह भी पढ़ें : इन वेबसाईटों से रहें सावधान वर्ना डूब जायेगी ज़िन्दगी भर की कमाई
यह भी पढ़ें : म्यांमार सीमा पर दो हज़ार किलोमीटर लम्बी दीवार इस वजह से बना रहा है चीन
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : 28 बरस हो गए राम को बेघर हुए
बाबा राम सिंह का करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कालेज में पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम के दौरान मेडिकल कालेज के बाहर हज़ारों लोगों की भीड़ जमा थी. उनके शव को सिंघड़ा के नानकसर गुरूद्वारे में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. उनकी मौत पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गहरा दुःख व्यक्त किया है.
किसान आन्दोलन के दौरान अब तक 18 किसानों की जान जा चुकी है. आज सुबह भटिंडा के किसान जय सिंह की कुंडली बार्डर पर मौत हो गई.