जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। आबकारी नीति मामले में फंसे मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की सीबीआई रिमांड 2 दिनों के लिए बढ़ाने का फैसला किया है।
वहीं जमानत याचिका पर जब सुनवाई शुरू हुई तो विशेष न्यायाधीश एम के नागपाल ने मनीष सिसोदिया का हालचाल लेते हुए पूछ लिया आप कैसे हैं? इस पर मनीष सिसोदिया ने जो जवाब दिया है, उसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया है।
दरअसल मनीष सिसोदिया ने कहा कि एजेंसी ने हर दिन कई घंटों तक एक जैसे सवाल पूछकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त किया है।
मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘हर दिन सुबह 8 बजे से वे एक ही सवाल पूछते रहते हैं..यह एक मानसिक उत्पीड़न है। उनके पास दस्तावेजों में कुछ भी नहीं है, केवल बयानों में है।”
मनीष सिसोदिया ने अदालत से कहा कि रोज 8-10 घंटे की पूछताछ थर्ड डिग्री टॉर्चर के बराबर है। अदालत ने सीबीआई से कहा कि वह सिसोदिया से बार-बार सवाल न पूछे। सीबीआई को नियमित अंतराल पर सिसोदिया का मेडिकल परीक्षण कराने का भी निर्देश दिया गया।
उनकी गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की सियासत में घमासान तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी अब खुलकर बीजेपी और मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है।
बता दे कि इससे पहले 26 फरवरी को पूछताछ के दौरान सीबीआई ने उन्हें कई सबूत दिखाए, इसमें कुछ दस्तावेज और डिजिटल सबूत थे लेकिन दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया इस पर कोई ठोस जवाब नहीं दे सके । इसके बाद सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया।
स्थानीय मीडिया की माने तो उनके परिवार के लोगों ने मीडिया को बताया है कि 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने उन्हें 26 फरवरी को शाम 7:15 बजे अरेस्ट कर लिया गया था ।
स्थानीय मीडिया की माने तो सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को सबूतों को नष्ट करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया था । आरोप के मुताबिक उनपर मिलीभगत आरोप है। इस मामले में उस ब्यूरोक्रैट का बयान भी अहम है, जिसने सीबीआई को दिए अपने बयान में कहा था कि एक्साइज पॉलिसी तैयार करने में सिसोदिया ने अहम भूमिका निभाई थी।