Wednesday - 30 October 2024 - 10:37 AM

फोटो जर्नलिस्ट की हत्या पर तालिबान ने तोड़ी चुप्पी और कहा…

जुबिली स्पेशल डेस्क

नई दिल्ली। अफगानिस्तान में दिनोंदिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यहां के कंधार प्रांत में कवरेज के लिए गए भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दिकी की हत्या कर दी गई थी।

दानिश की हत्या अफगानिस्तान के कंधार के स्पिन बोल्डक इलाके में एक झड़प के दौरान हुई थी। इस हत्या में तालिबान का हाथ होने की बात कही जा रही है लेकिन अब तालिबान ने इसपर अपनी सफाई दी है और अपना हाथ होने से इनकार कर दिया है।

तालिबान ने कहा है कि वह नहीं जानता कि भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी कैसे मारा गया। इतना ही नहीं उसने पत्रकार की मौत पर खेद व्यक्त किया। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने शुक्रवार को मीडिया को बताया, कि हमें नहीं पता कि पत्रकार किसकी गोलीबारी में मारा गया। हम नहीं जानते कि उनकी मृत्यु कैसे हुई।

यह भी पढ़ें :  राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई एक और संपत्ति पर विवाद

यह भी पढ़ें :  नहीं रहीं बालिका वधू की ‘दादी सा’ 

मुजाहिद ने कहा कि “युद्ध क्षेत्र में प्रवेश करने वाले किसी भी पत्रकार को हमें सूचित करना चाहिए। हम उस विशेष व्यक्ति की उचित देखभाल करेंगे”। हमें भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मृत्यु के लिए खेद है। हमें खेद है कि पत्रकार हमें सूचित किए बिना युद्ध क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं।

दूसरी ओर अफगान कमांडर ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को दिये बयान में कहा है था कि अफगान विशेष बल स्पिन बोल्डक के मुख्य बाजार क्षेत्र पर फिर से कब्जा करने के लिए लड़ रहे थे, जब सिद्दीकी और एक वरिष्ठ अफगान अधिकारी मारे गए थे। इसका जिम्मेदार उन्होंने तालिबान की गोलीबारी को बताया था।

बता दें कि दानिश सिद्दीकी की गिनती दुनिया के बेहतरीन फोटो जर्नलिस्ट में होती थी। वह मौजूदा समय में अंतरराष्ट्रीय एजेंसी के साथ कार्यरत थे और अफगानिस्तान में जारी हिंसा के कवरेज के लिए गए थे।

यह भी पढ़ें : योगी सरकार ने शराब से की जबरदस्त कमाई, 74 फीसदी बढ़ा राजस्व 

यह भी पढ़ें : विदिशा में बड़ा हादसा, लड़की को बचाने में कुएं में गिरी भीड़, 4 की मौत

मालूम हो कि अफगानिस्तान एक बार फिर तालिबान के कंट्रोल में आता हुआ दिख रहा है। यही कारण है कि अफगानिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में इस समय हिंसा का दौर चल रहा है।

अफगानिस्तान में दुनियाभर से पत्रकार जुटे हुए हैं और यहां पर जारी संघर्ष को कवर कर रहे हैं। दानिश सिद्दीकी को 2018 में  Pulitzer  अवॉर्ड से नवाजा गया था।

ये अवॉर्ड सिद्दीकी को रोहिंग्या मामले में कवरेज के लिए मिला था।दानिश सिद्दीकी ने अपने करियर की शुरुआत एक टीवी जर्नलिस्ट के रूप में की थी, बाद में वह फोटो जर्नलिस्ट बन गए थे। दानिश सिद्दीकी ने साल 2008 से 2010 के बीच इंडिया टुडे ग्रुप के साथ भी काम किया है।

 

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com