जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. चुनावी रैलियों में उड़ रहीं कोविड नियमों की धज्जियों के सम्बन्ध में नीति आयोग का कहना है कि यह देखना चुनाव आयोग का काम है, हमारा नहीं. नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पाल ने कहा है कि कोरोना के तेज़ी बढ़ रहे संक्रमण के बीच चुनावी रैलियों में कोविड गाइडलाइंस का पालन नहीं हो पा रहा है तो इस मुद्दे पर नीति आयोग कुछ नहीं कर सकता है क्योंकि यह मामला चुनाव आयोग के क्षेत्र में आता है और इस सम्बन्ध में चुनाव आयोग से ही सवाल पूछा जाना चाहिए.
डॉ. वी.के. पाल के सामने जब चुनावी रैलियों में कोविड गाइडलाइंस का पालन नहीं होने सम्बन्धी सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह सवाल उठाने का उचित मंच नहीं है. डॉ. पाल पिछले पांच साल से नीति आयोग के सदस्य हैं और वह वहां स्वास्थ्य और पोषण वर्टिकल का नेतृत्व करते हैं. इससे पहले वह दिल्ली एम्स में काम करते थे वह बाल चिकित्सा विभाग में दस साल तक प्रमुख रहे हैं.
उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज़ के बारे में सरकार विशेषज्ञों के साथ लगातार विचार विमर्श कर रही है और इस सम्बन्ध में वैज्ञानिक आधार पर फैसला लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि कोरोना के विभिन्न वैरिएंट्स पर सरकार की लगातार नज़र बनी हुई है.
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