जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. पांच राज्यों में चुनाव करीब आता जा रहा है मगर कोरोना संक्रमण प्रत्याशियों के पैरों में बेड़ियां जकड़ने को आमादा है. एक तरफ संक्रमण का खतरा है तो दूसरी तरफ मतदाताओं तक न पहुँच पाने पर मंडराने वाला हार का खतरा बहुत परेशान कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र चुनाव आयोग से फिजीकल रैलियों पर लगाई रोक को और बढ़ाने की सिफारिश की है.
पांच राज्यों के चुनाव के मद्देनज़र चुनाव आयोग केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और पाँचों राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ वर्चुअल मीटिंग शनिवार को हो रही है. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से चुनाव आयोग से यह मांग की जाने वाली है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग रैलियों पर लगाई गई रोक को आगे बढ़ाने की सिफारिश करेगा.
केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव का कहना है कि ओमिक्रान कोरोना और डेल्टा वेरिएंट जितना खतरनाक नहीं है लेकिन इसके बढ़ने की रफ़्तार काफी तेज़ है. चुनाव आयोग ने पाँचों राज्यों के मुख्य सचिवों से यह स्पष्ट कर दिया है कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान कोविड प्रोटोकाल को बहुत सख्ती के साथ पालन कराया जाए.
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