न्यूज डेस्क
बीते दिनों राज्यसभा में केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत करीब एक लाख 2० हजार किसानों के खाते में डाले गए पैसे वापस कर लिए गए थे, लेकिन, मंत्री ने ये नहीं कहा कि जिनके खाते से पैसे वापस हुए हैं, उनके खाते में दोबारा पैसे डाले जाएंगे।
राज्यसभा में 21 जून को कांग्रेस सांसद सैयद नाजिर हुसैन द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में कृषि मंत्री ने कहा कि 1,19,743 लाभार्थियों के खाते में पीएम किसान योजना के तहत पैसे डालने के बाद उसे वापस कर लिया गया था। इस तरह प्रति खाते से वापस किए गए 2००० रुपये के मुताबिक, कुल 23.95 करोड़ रुपये वापस हुए हैं।
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लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार की जीत में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। चुनाव तिथि की घोषणा के दो महीने पहले पीएम मोदी ने इस योजना को लागू किया था। सरकार की इस योजना को विपक्षी दलों ने चुनावी पैतरा बताया था।
चुनाव जीतने के बाद मोदी सरकार ने अपनी पहली बैठक में किसानों को तोहफा देते हुए घोषणा की कि इस योजना का लाभ सभी किसानों को मिलेगा। पिछली मोदी सरकार में पीएम किसान योजना का लाभ केवल दो हेक्टेयर या इससे कम जमीन के मालिक किसानों को 2००० रुपये की तीन किश्त में एक साल में 6००० रुपये देने का प्रावधान रखा गया था।
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किसानों के खाते से क्यों लिए गए पैसे वापस
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि राज्य सरकारों से इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों की सूची देने के लिए कहा गया था, जिसके बाद प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के जरिए इन लाभार्थियों के खाते में पैसे भेजे जाने थे, लेकिन भुगतान के दौरान कुछ मामलों में देखा गया कि बैंक खाताधारक और राज्य सरकार द्वारा भेजे गए लाभार्थियों के नाम पर काफी अंतर है। इसके बाद राज्य सरकारों को कहा गया कि वे इन विसंगतियों को सत्यापित करें।
कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य सरकारों के मांग की कि जब तक सत्यापन न हो किसानों के खाते में पैसे न डाले जाए। तोमर ने कहा कि राज्यों द्वारा कहने पर भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) से कहा गया कि वे 2,69,605 किसानों के खाते में पैसे न डालें।
उन्होंने कहा कि हालांकि इसमें से 1,19,743 लाभार्थियों के खाते में पैसे पहले ही डाले जा चुके थे, इसलिए बैंकों और एनपीसीआई ने इन किसानों के खाते से पैसे वापस कर लिए।
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कृषि मंत्री ने पैसे क्यों वापस लिए इसकी जानकारी दी लेकिन उन्होंने यह नहीं कहा कि उनके खाते में दोबारा पैसे डाले जायेंगे। हालांकि किसानों को उम्मीद है कि वे इस योजना के लिए पात्र हैं और पैसे कटने के बाद दोबारा पैसे आने की आस लगाए हुए हैं।
सबसे ज्यादा यूपी के किसानों के खाते से हुआ पैसा वापस
कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 86,314 लाभार्थियों के खाते से पैसे वापस किए। इसके बाद दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है। यहां पर 32,897 किसानों के खाते से पीएम किसान योजना का पैसा वापस कर लिया गया।
तीसरे नंबर पर हिमाचल प्रदेश है, जहां 346 लाभार्थियों के पैसे वापस हुए। इसी तरह उत्तराखंड के 78, हरियाणा के 55, झारखंड के 22, जम्मू कश्मीर के 29 और असम के दो किसानों के पैसे वापस किए गए हैं।