न्यूज डेस्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2016 में ‘मन की बात’ कार्यक्रम में नोटबंदी के बाद किसान मुरलीधर राउत के मानवीय कार्यों के लिए उनकी तारीफ की थी। वहीं राउत चर्चा में हैं। उन्होंने खुदकुशी करने की कोशिश की है।
सोमवार को अकोला में जिन पांच किसानों ने खुदकुशी करने की कोशिश की, उसमें राउत का भी नाम है। इन लोगों ने खुदकुशी इसलिए की, क्योंकि सड़क परियोजना के लिए इन लोगों की भूमि अधिग्रहित की गई थी और उन्हें मुआवजा अब तक नहीं मिला था।
एक अधिकारी ने बताया कि जिस जगह राउत का होटल था, वह जमीन राजमार्ग चौड़ा करने की परियोजना के लिए ले ली गयी थी। राउत ने सोमवार शाम चार अन्य किसानों के साथ अकोला के अतिरिक्त जिलाधिकारी के कार्यालय के सामने जहर खा लिया। पांचों किसानों का अकोला के एक अस्पताल में उपचार चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2016 में ‘मन की बात’ कार्यक्रम में नोटबंदी के बाद 42 वर्षीय मुरलीधर राउत के मानवीय कार्यों के लिए उनकी तारीफ की थी। बालापुर तहसील में शेलाड गांव के निवासी राउत के कार्यों की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा था कि वह नोटबंदी के बाद 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट के साथ आने वाले भूखे लोगों, खासकर मुसाफिरों को खाना खिलाते थे।
राउत की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा था कि नोटबंदी के तुरंत बाद जिनके पास नकदी नहीं होती थी तो वह उन्हें होटल में पहले खाना खाने और बाद में कभी उसी रास्ते से गुजरने पर पैसा चुका जाने को कहते थे।
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