जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार से अवैध रूप से की गई धन निकासी मामले में दोबारा से सुनवाई शुरू हो गई है. करीब 140 करोड़ रुपये की अवैध निकासी मामले की सुनवाई कर रहे जज का ट्रांसफर हो चुका है लेकिन इस मामले की सुनवाई होने तक उनसे रुकने को कहा गया है. इससे मालूम होता है कि इस मामले पर फैसला जल्दी ही आ सकता है.
चारा घोटाला मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव तीन साल से ज्यादा समय से जेल में थे. जेल में उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में दाखिल कराया गया था. लालू को हाईकोर्ट ने ज़मानत दे दी है. वह एम्स से निकलकर दिल्ली में ही अपनी बेटी मीसा भारती के आवास पर रह रहे हैं.
स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से लालू यादव ज़मानत मिलने के बाद भी अब तक पटना वापस नहीं लौटे हैं. अभी हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल की रजत जयन्ती मनाई गई थी लेकिन तब भी लालू यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली से ही वर्चुअली संबोधित किया था.
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डोरंडा कोषागार मामले की सुनवाई रांची हाईकोर्ट में चल रही है. यह सुनवाई अपने अंतिम चरण में है. सीबीआई इस मामले में लालू यादव समेत करीब 100 आरोपितों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है. बचाव पक्ष की गवाही भी अब पूरी हो चुकी है. लालू यादव के परिवार की चिंता यह है कि इस आख़िरी मामले में अगर लालू यादव को फिर से जेल जाना पड़ता है तो उनकी सेहत के लिए यह खतरनाक हो सकता है. लम्बे समय तक जेल में रहने की वजह से लालू यादव की सेहत पहले ही काफी गिर चुकी है.