जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. कोरोना महामारी से बचने के लिए देश के अधिकाँश लोग जहाँ वैक्सीन लगवाने के लिए बेताब हैं वहीं कर्नाटक का याडगिर जिला वैक्सीन लगवाने के लिए किसी भी कीमत पर राजी नहीं है. हालत यह है कि स्वास्थ्यकर्मी वैक्सीन लगाने के लिए जिस इलाके में निकल जाते हैं लोग अपने घरों को बंद कर लेते हैं. सड़कों पर सन्नाटा छा जाता है. लोगों में यह ग़लतफ़हमी है कि जो भी वैक्सीन लगवाएगा वह बीमार हो जायेगा.
इस जिले के लोगों का कहना है कि जब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं तो फिर वह वैक्सीन आखिर क्यों लगवाएं. कई इलाकों में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ स्थानीय लोगों की भिडंत हो गई.
याडगिर में कोरोना वैक्सीन के लिए कहीं कैम्प लगाना तो बहुत दूर की बात है, लोग तो दरवाज़े तक जाने पर भी वैक्सीन लगवाने को तैयार नहीं हैं. स्वास्थ्यकर्मियों ने काफी माथापच्ची के बाद यह तरीका निकाला है कि अब जो जहाँ मिलेगा वहीं उसे वैक्सीन लगाईं जायेगी.
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खेतों में, दुकानों में, सड़कों पर जो जहाँ दिख रहा है वहीं उसे समझा-बुझाकर वैक्सीन लगाई जा रही है. यहाँ पर कोरोना वैक्सीन उसी अंदाज़ में लगाईं जा रही है जिस तरह से पोलियो ड्राप पिलाई जाती थी. पोलियो ड्राप अभियान में शामिल लोगों को वैक्सीन अभियान के साथ जोड़ा गया है. वह अपने दुपहिया वाहन पर सवार होकर वैक्सीनेशन अभियान पर निकलते हैं.