जुबिली न्यूज डेस्क
गुरुग्राम में खुले में नमाज पढऩे का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को भी हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने खुले में नमाज पढऩे का विरोध किया और भारत माता की जय कहना होगा जैसे नारे भी लगाए।
वहीं हिंदू संगठनों के विरोध को देखते हुए नमाज पढऩे पहुंचे लोग वापस हो गए।
शुक्रवार को खुले में नमाज का विरोध करने जो युवक पहुंचे थे वे भगवा धारण किए हुए थे। इन लोगों का काम खुले में नमाज पढने का विरोध करना है। ये अपने को संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति से जुड़े होने का दावा करते हैं।
इन युवकों के लिए पूरे सप्ताह रणनीति बनाना, मोटरसाइकिल और कार से चक्कर लगाना और खुले नमाज पढऩे के विरोध का वीडियो बनाना एक मानक प्रोटोकॉल हो गया है।
खुले में नमाज पढऩे का विरोध कर रहे युवक इस शुक्रवार को काफी अधिक उत्साहित थे, क्योंकि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले दिनों बयान दिया था कि सार्वजनिक स्थानों पर नमाज नहीं होनी चाहिए।
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मुख्यमंत्री खट्टर के इस बयान को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता अपने समर्थन के रूप में देख रहे थे।
सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में अक्सर शामिल होने वाले अमित नाम के एक युवक ने कहा कि अगर भारत में रहना है तो भारत माता की जय बोलना होगा।
5 नवंबर को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने नमाज पढऩे वाली जगह पर गोवर्धन पूजा का आयोजन किया था। इसमें अमित को भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने धर्म योद्धा के रूप में सम्मानित किया था।
इससे पहले 29 अक्टूबर को भी अमित को नमाज पढ़ने का विरोध करने को लेकर गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसने पुलिस के द्वारा हिरासत में लिए जाने की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया अकाउंट से भी शेयर की थी।
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