जुबिली पोस्ट ब्यूरो
नई दिल्ली। बेहद उथल-पुथल भरे सप्ताह में बढ़त बनाने के बाद आने वाले सप्ताह में शेयर बाजार की चाल मानसून की प्रगति और वृहद आर्थिक आंकड़ों से तय होगी। गत सप्ताह बीएसई का सेंसेक्स 118.75 अंक यानी 0.30 अंक की साप्ताहिक तेजी के साथ 39,513.39 अंक पर बंद हुआ।
संसद में पेश बजट से पहले बाजार में जहां तेजी रही वहीं बजट से निराश निवेशकों की बिकवाली से अंतिम कारोबारी दिवस पर सेंसेक्स 394.67 अंक लुढ़क गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुक्रवार को 135.6 अंक लुढ़ककर 11,811.15 अंक पर रहा। पूरे सप्ताह के दौरान इसमें भी 22.30 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की तेजी रही। मझौली और छोटी कंपनियों पर दबाव रहा।
बीएसई का मिडकैप 82.69 अंक यानी 0.56 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट में 14,725.65 अंक पर और स्मॉलकैप 97.5 अंक यानी 0.68 प्रतिशत टूटकर सप्ताहांत पर 14,141.83 अंक पर रहा। आने वाले सप्ताह में निवेशकों की नजर औद्योगिक उत्पादन और खुदरा महंगाई के आंकड़ों पर रहेगी।
मई के औद्योगिक उत्पादन और जून की खुदरा महंगाई के आंकड़े 12 जुलाई को जारी होने हैं। इसके अलावा वे मानसून की प्रगति पर भी नजर बनाए रखेंगे। जून में मानसून की बारिश 32.8 प्रतिशत कम रहने के बाद जुलाई में यह जरूर दीर्घावधि औसत से 11.1 प्रतिशत अधिक रही है लेकिन समस्या यह है कि बारिश का वितरण समान नहीं है।
मध्य भारत अतिवृष्टि से पीड़ति है जबकि अन्य हिस्सों में अब भी सूखे की स्थिति है। सिर्फ पश्चिमोत्तर में ही जुलाई में बारिश सामान्य हुई है। बीते सप्ताह पांच कारोबारी दिवसों में से पहले चार में शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी मजबूती के साथ बंद हुए लेकिन शुक्रवार की भारी गिरावट के कारण उनकी साप्ताहिक तेजी सीमित रह गई।