न्यूज डेस्क
भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता में मंदिर, राम, गाय और हिंदुत्व है। चुनावों में इनका जिक्र खूब होता है। पिछले कुछ सालों में गाय को तो मुद्दा ही बना दिया गया है। जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है वहां गाय की महिमा का बखान हो रहा है। गाय की उपयोगिता मुख्यमंत्री से लेकर उनके मंत्री बताने से नहीं चूक रहे, लेकिन गायों के रख-रखाव पर इनका ध्यान नहीं जाता। जिसका नतीजा है कहीं भूख से गाये मर रही है तो भीग कर।
गाय की उपयोगिता बताते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें वह बता रहे हैं कि गाय दुनिया की एकमात्र ऐसी जीव है जो ऑक्सीजन लेकर ऑक्सीजन ही छोड़ती है। उन्होंने कहा कि गोमाता को थोड़ी देर सहलाने से लोगों की सांस की बीमारी सही हो सकती है।
वायरल वीडियो में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत कह रहे हैं कि गाय प्राणवायु (ऑक्सीजन) छोड़ती है और इसी वजह से उसे ‘माता’ कहते हैं। वह आगे कहते हैं, ‘गाय का गोबर और गोमूत्र भी हमारे लिए बेहद फायदेमंद हैं। किडनी और हृदय के लिए ये दोनों बेहद उपयोगी हैं। कोई टीबी का मरीज अगर गाय के आसपास रहे तो वह भी ठीक हो सकता है। अब हमारे वैज्ञानिक भी इन तथ्यों की पुष्टि कर रहे हैं।’
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मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी हुआ स्पष्टीकरण
मुख्यमंत्री रावत के इस वीडियो पर विवाद खड़ा हो गया, जिस पर मुख्यमंत्री कार्यालय को इस पर स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि कुछ लोग मुख्यमंत्री को पसंद नहीं करते हैं, इसलिए बेकार की चीजों को मुद्दा बनाकर उनकी छवि खराब कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, ‘यह पहाड़ के लोगों का गाय को लेकर सामान्य मत है और मुख्यमंत्री ने उसे ही दोहराया है।’
गौरतलब है कि इससे पहले नैनीताल-उधमसिंहनगर के बीजेपी सांसद अजय भट्ट ने भी एक विवाद को हवा दी थी। उन्होंने कहा था कि महिलाओं को अगर सिजेरियन डिलिवरी से बचना है, तो उन्हें गरुड़ गंगा (बागेश्वर में बहने वाली एक पौराणिक नदी) का पानी पीना चाहिए।