जुबिली न्यूज डेस्क
भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के पैगम्बर मोहम्मद पर दिए बयान के बाद हुए प्रदर्शन के बाद हुयी पुलिसिया कार्यवाही पर सवाल उठने लगे हैं.
जुमे की नमाज़ के बाद सहारनपुर में हुए ऐसे ही प्रदर्शन के बाद गिरफ्तार किये गए 8 लड़को को अदालत ने बाईज्जत बरी कर दिया है.
सहारनपुर में हुए बवाल के बाद पुलिस ने करीब 85 युवको को गिरफ्तार किया था और उसके बाद थाने में पुलिस द्वारा की जा रही बर्बर पिटाई का वीडियो भी वायरल हो गया था. इन लड़को में मोहम्मद अली भी शामिल था जिसका हाथ पुलिस की पिटाई से टूट जाने का आरोप लगा.
मोहम्मद अली सहित कुल 8 युवकों को सहारनपुर की कोर्ट ने बाईज्जत बरी कर दिया है. हालाकि अब सवाल ये भी उठने लगे हैं कि बेक़सूर मोहम्मद अली ने जो 23 दिन जेल में गुजारे उसकी जिम्मेदारी किसकी है.
मानवाधिकार कार्यकर्ता यह भी पूछ रहे हैं कि इन बेक़सूर युवको की पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों को कौन सजा दिलवाएगा ?
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10 जून को देश के कई शहरों में मुसलमानों ने नुपुर शर्मा के बयान के बाद प्रदर्शन किया था, जिसमे कई स्थानों पर तोड़फोड़ और पत्थरबाजी के वीडिओ भी वायरल हुए थे.
इसके बाद यूपी पुलिस ने काफी कार्यवाहियाँ की जिसमे बड़ी संख्या में गिरफ्तारी भी हुयी और प्रयागराज में एक घर भी बुलडोजर से गिरा दिया गया था जिसका मुकदमा भी अदालत तक पहुँच चुका है.