जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। पिछले कई दिनों से तेज धूप खिलने के बाद उत्तर भारत में मौसम एक बार फिर करवट लेगा। मौसम विभाग की मानें तो 48 घंटों के दौरान उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश होने की संभावना है जबकि 4 से 5 फरवरी के बीच पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी हो सकती है। बेमौसम बारिश के साथ ओले का भी सामना करना पड़ सकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण गुरुवार और शुक्रवार को हल्की बारिश होने का भी अनुमान है। अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में कम से कम तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं। प्रदेश के विभिन्न अंचलों में सुबह व रात में घना कोहरा छाया रहा। हालांकि दिन में चटख धूप निकलने से लोगों ने राहत महसूस की।
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रात का तापमान सबसे कम इटावा में 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। कानपुर, वाराणसी, अयोध्या, इलाहाबाद, मेरठ, लखनऊ,बरेली, झांसी, आगरा मण्डलों में रात का तापमान सामान्य से कम रहा। गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ,बरेली, मुरादाबाद, वाराणसी, कानपुर मण्डलों में दिन का तापमान भी सामान्य से कम रहा।
वहीं निजी मौसम पूर्वानुमान कम्पनी ‘स्काइमेट वेदर’ ने 2021 में दक्षिण- पश्चिम मानसून के सामान्य रहने का अनुमान जताया है। ‘स्काईमेट वेदर’ ने कहा कि अभी प्रशांत महासागर में पर्याप्त ठंडक है और ला नीना की स्थितियां चरम पर हैं। समुद्र की सतह के तापमान (एसएसटी) के जल्द ही बढ़ने और ला नीना के जारी रहने की संभावना में गिरावट आएगी।
मानसून आने पर यह लगभग 50 फीसदी तक घट जाएगा। एजेंसी के अनुसार इस साल मानसून सामान्य रह सकता है, जिसकी शुरुआत ठीक-ठाक और इसके खत्म होने तक इसमें बारिश के सामान्य से अधिक होने का अनुमान है।
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