जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. झारखंड के गढ़वा से रक्षाबंधन के दिन दिल को दहला देने वाला वाक्या सुनने को मिला. एक भाई अपनी बहन से राखी बंधवाने अपनी बहन की ससुराल गया था लेकिन ससुराल वालों ने बहन पर पहरे बिठा दिए क्योंकि मायके वालों से उन्हें अपनी कुछ मांगें मनवानी थीं. भाई ने राखी बाँधने से रोकने का विरोध किया तो भाई को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया. अपने भाई को मार खाता देखकर बहन से बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी.
गढ़वा के मेराल थाना इलाके का यह मामला है. साल 2019 में अरुण प्रसाद ने अपनी बेटी निक्की देवी की गोंदा गाँव में कौशल गुप्ता के साथ शादी की थी. शादी के बाद से ससुराल वाले पांच लाख रुपये की डिमांड कर रहे थे. इसी 25 जुलाई को अरुण प्रसाद ने ससुराल वालों को एक लाख 80 हज़ार रुपये दिए थे. ससुराल वाले बाकी के तीन लाख 20 हज़ार रुपये के लिए निक्की को प्रताड़ित कर रहे थे.
रक्षाबंधन के मौके पर निक्की का भाई अमित बहन से राखी बंधवाने आया तो कौशल ने पूछा कि बाकी के पैसे लाये हो. ससुराल वालों ने कहा कि पैसे दिए बगैर बहन को देख भी नहीं पाओगे. बातचीत बढ़ी तो ससुराल वालों ने अमित को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. भाई को पिटता देखकर निक्की ने घर के बरामदे में साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली.
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अमित की पिटाई कर घर वाले वापस लौटे तो निक्की को फांसी पर लटके देखकर सभी लोग घर से फरार हो गए. अरुण प्रसाद ने अपने दामाद कौशल कुमार समेत ससुराल के सात लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है.