जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. कोरोना महामारी के दौर में अचानक से ब्लैक फंगस ने इंट्री कर जहां लोगों की धड़कनों को बढ़ा दिया था वहीं अब बिहार की राजधानी पटना में व्हाइट फंगस के मामले ने डर की हलचल को तूफ़ान में बदल दिया है. पटना मेडिकल कालेज (PMCH) में व्हाइट फंगस के चार मामले मिलने के बाद से हड़कम्प मचा हुआ है.
पीएमसीएच ने व्हाइट फंगस को मरीजों की स्किन के लिए बेहद नुक्सान बताते हुए कहा है कि अगर पहचान होने में देरी हुई तो मरीज़ की जान भी जा सकती है. डाक्टरों ने कहा है कि इस बीमारी के बारे में कोरोना मरीज़ भी सचेत रहें और वह भी होशियार रहें जिन्होंने कोरोना को हरा दिया है.
व्हाइट फंगस इंसान की त्वचा के अलावा आमाशय, आंत, नाखून, किडनी, मस्तिष्क और मुंह के अंदरूनी भाग पर बड़ी तेज़ी से हमला करता है. इसके बारे में देर से जानकारी होने पर मरीज़ की जान बचाना मुश्किल हो सकता है.
यह भी पढ़ें : इजराइल के खिलाफ सड़कों पर उतरे खाड़ी देशों के लोग
यह भी पढ़ें : रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में पकड़ा गया मंत्री की पत्नी का ड्राइवर
यह भी पढ़ें : बर्फ की यह चादर पिघलेगी तो कई शहर पानी में समा जायेंगे
यह भी पढ़ें : गंगा-जमुनी तहज़ीब को रिपेयर करने में लगे थे वक़ार रिज़वी
इधर देश की राजधानी दिल्ली ब्लैक फंगस के टेंशन से जूझ रही है. दिल्ली में ब्लैक फंगस के 185 मरीजों का इलाज चल रहा है. इनमें सर गंगाराम अस्पताल में 69 और एम्स में 61 मरीज़ भर्ती हैं.