जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. धनबाद के अपर जिला जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की जा चुकी है लेकिन अब तक सीबीआई ने इस मामले का चार्ज नहीं लिया है. एटीएस ही फिलहाल इस मामले को हैंडिल कर रही है. झारखंड के जज की चलती सड़क पर ऑटो से कुचलकर हत्या कर दिए जाने के मामले का सुप्रीमकोर्ट ने खुद संज्ञान लिया था.
सुप्रीम कोर्ट ने आज इस बात पर सख्त नाराजगी जताई कि जजों को धमकी दिए जाने के मामलों में भी सीबीआई ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एन.वी.रमना और जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि सीबीआई का रवैया बदलेगा.
पीठ ने कहा कि न्यायाधीशों पर शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से हमला किया जा रहा है. व्हाट्सएप के ज़रिये धमकी वाले सन्देश आ रहे हैं. जजों को मिल रही धमकियों के मामलों की सीबीआई जांच की सिफारिश भी की गई लेकिन इस तरह के मामलों में सीबीआई ने कुछ भी नहीं किया.
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सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड में अपर जिला जज उत्तम आनंद की मौत के मामले में जाँच की स्थिति जानने के लिए 10 अगस्त को सीबीआई को कोर्ट में तलब किया है. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में जजों और अदालतों की सुरक्षा की मांग सम्बन्धी एक याचिका के सम्बन्ध में केन्द्र सरकार से भी जवाब माँगा है.