जुबिली स्पेशल डेस्क
हिमाचल प्रदेश में विधान सभा चुनाव होने वाला है। वहां पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों अपनी जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के लिए उस समय मुश्किलों का सामना करना पड़ा जब पार्टी के अंदर ही बगावत देखने को मिली।
दरअसल हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में भाजपा के चार बागी नेताओं ने निर्दलीय नामांकन भर कर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है।
विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर से कृपाल परमार ने आजाद नामांकन भर कर भाजपा प्रत्याशी राकेश पठानिया के समक्ष खुली चुनौती पेश कर दी है। वहीं, विधानसभा क्षेत्र इंदौरा से मनोहर धीमान ने नामांकन दर्ज कर भाजपा की मौजूदा विधायक रीता धीमान की राह में कांटे जरूर बिछाने का काम किया है।
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वही जस्वां प्रागपुर हल्के से संजय पाराशर ने नामांकन भर कर विक्रम ठाकुर की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है। इसके आलावा देखा जाये तो ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र छोडक़र देहरा से चुनाव लडऩे वाले रमेश के सामने देहरा के मौजूदा विधायक होशियार सिंह ने चुनौती दे डाली है।
विधानसभा क्षेत्र कांगड़ा से कुलसुभाष चौधरी ने 25 तारीख को नामांकन भरने का ऐलान कर दिया है। अगर वह अपना नामांकन पत्र दाखिल करते हैं तो इससे पवन काजल की राह मुश्किल खड़ी होनी तय है।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ बीजेपी में बगावत देखने को मिल रही है बल्कि कांग्रेस में यही हाल है। कांग्रेस में बगावती तेवर देखने को मिल रहा है।
हालांकि अच्छी बात ये हैं कि कांग्रेस के दिल्ली में बैठे बड़े नेताओं ने वक्त रहते ही स्थिति को संभाल लिया है और फिलहाल कांग्रेस बीजेपी से बेहतर लग रही है।