जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इस समय अपनी साख को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। राज्यों के चुनाव में कांग्रेस फिसड्डी साबित हुई है। पंजाब में उसकी सरकार जा चुकी है और बाकी राज्यों में उसकी स्थिति बेहद खराब है।
ऐसे में सोनिया गांधी एक बार फिर एक् शन में आ गई है और पार्टी में कई बड़े बदलाव करने की तैयारी में है। जहां एक ओर सोनिया गांधी कांग्रेस को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए कई तरह की रणनीति बना रही है लेकिन कांग्रेस के लिए जी-23 असंतुष्टों नेताओं ने भी कम टेंशन नहीं दे रखी है। ऐसे में अब बड़ी जानकारी आ रही है। कांग्रेस के अब बड़े नेता जी-23 असंतुष्टों नेताओं को मनाने में जुट गए है। इसी के तहत बड़ी जानकारी सामने आ रही है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आज गुलाम नबी आजाद से मिलने की उम्मीद है।
अभी हाल में कांग्रेस के जी-23 असंतुष्टों के कोर समूह ने कांग्रेस को लेकर अहम बैठक की थी। कांग्रेस से मिली जानकारी के अनुसार
असंतुष्टों की बुधवार से कई बैठकें हो रही हैं। बताया जा रहा है कि इस बैठक में जी-23 के नेताओं ने भी भाग लिया है।
इस बैठक में कुछ और लोगों की बात सामने आ रही है। इस बैठक में नेताओं ने सामूहिक और समावेशी लीडरशिप की मांग की है। मीटिंग में गैर-गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनाने या फिर संगठन चुनावों को लेकर कोई मांग नहीं की गई।
ऐसे में सोनिया गांधी और गुलाम नबी आजाद की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। ऐेसे में उम्मीद है कि आने वाले वक्त में कांग्रेस पार्टी में कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं। देश की पुरानी पार्टी अपनी जमीन को फिर से मजबूत करना चाहती है। इसको लेकर उसकी तैयारी शुरू कर दी है क्योंकि 2024 में आम चुनाव होना है।