जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच कई मौकों पर टकराव देखने को मिलता रहा है लेकिन अखिलेश यादव यूपी विधानसभा में शिवपाल सिंह यादव को आगे की सीट चाहते हैं।
इसके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को इस बात के लिए पत्र लिखा था। उन्होंने अपने लेटर के माध्यम से कहा था कि शिवपाल सिंह यादव यूपी विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य (वरिष्ठ विधायक ) हैं और एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
ऐसे में उनको आगे की सीट दी जाए लेकिन अब अखिलेश यादव की इस मांग को ठुकरा दिया गया है। अब शिवपाल यादव को अखिलेश के विधायकों के साथ ही बैठना होगा। हालांकि विधानसभा में सपा के लिए 1 सीट बढ़ाई गई है लेकिन शिवपाल यादव को आगे की सीट नहीं मिलेगी। उन्हें विधायक के तौर पर ही विधान सभा में अब बैठना होगा।
स्थानीय मीडिया की माने तो अखिलेश यादव ने जो लेटर लिखा था वो तकनीकी आधार पर यह पत्र ग़लत था। इसका नतीजा ये हुआ कि अखिलेश यादव की मांग अब खारिज हो गई। अब शिवपाल को आगे की सीट नहीं मिलेगी। बता दें कि हाल के दिनों में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के रिश्तों में खटास देखने को मिली थी।
यूपी में समाजवादी पार्टी विधान सभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी और एक बार फिर सत्ता से दूर है। हालांकि अखिलेश यादव विधान सभा चुनाव में अपनी जीत का दावा जरूर कर रहे थे लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और जनता ने योगी को फिर से सीएम चुना है।
विधान सभा चुनाव में मिली हार के बाद से समाजवादी पार्टी में बगावत भी देखने को मिल रही है।हालांकि ये लग रहा है कि आने वाले समय में शिवपाल यादव अखिलेश यादव को बड़ा झटका दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है सपा की राह में एक बार फिर मुश्किलें आने वाली है।