जुबिली स्पेशल डेस्क
प्रधानमंत्री ने गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों के मारे जाने पर शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की दीर्घकालिक और सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया राष्ट्रपति अब्बास ने प्रधानमंत्री को भारत के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और भारत के दृष्टिकोण की सराहना की प्रधानमंत्री ने कहा, भारत फिलिस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा।
बता दे कि इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है। दरअसल दोनों तरफ से लगातार गोली बारी हो रही है। इन दोनों के बीच चल रहे तनाव और जंग से पूरी दुनिया परं डर और खतरा मंडरा रहा है।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का बड़ा बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने तेल अवीव में मीडिया से बातचीत में आतंक पर जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि आतंकवादी सोचते हैं कि वो आपको नीचे गिरा सकते हैं, वो आपकी इच्छाशक्ति को तोड़ सकते हैं, लेकिन वो ऐसा नहीं कर सके और न ऐसा कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि इसकी जगह हमने साहस, वीरता और इजरायली लोगों की एक-दूसरे की देखभाल करने की कई कहानियां देखीं। इस दौरान हमास द्वारा कई निर्दोष लोगों को बंधक बनाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कई निर्दोष लोगों को बंधक बना लिया गया, जिनमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग भी शामिल हैं, इनमें इजरायली भी हैं और अमेरिकी नागरिक भीद्घ नवजातों को मारा गया, बच्चों को कत्ल किया गया, पूरे परिवार का नरसंहार कर दिया, बलात्कार किए, सिर धड़ से अलग कर गिए, लोगों को जिंदा जला दिया गया. यह ठीक वैसा ही है।
दरअसल कुछ देश हमास को अपना पूरा समर्थन देते हुए नजर आ रहे हैं। इस बीच हमास पर एक्शन के बादबाइडेन ने नेतन्याहू से गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए मिस्त्र को छूट देने की बात की। अमेरिकी राष्ट्रपति की इस मांग को इजरायल ने मान लिया। हालांकि, इजरायली पीएम ने मिस्त्र को सीमित मात्रा में ही मानवीय सहायता देने की छूट दी है।
गाजा के पक्ष में ईरान और रूस जैसे देश लामबंद होने लगे हैं। इस वजह से ये लड़ाई अब और भी खतरनाक होती हुई नजर आ रही है। वहीं इजरायल ने अब ये तय कर लिया है कि वह हमास को इस बार पूरी तरह से खत्म कर देगा।