जुबिली न्यूज डेस्क
संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ में संत- महात्माओं, श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर हवा में टीथर्ड ड्रोन कैमरे तैनात किए जा रहे हैं. इन टीथर्ड ड्रोन कैमरों के जरिए आस्था के मेले में चप्पे- चप्पे पर नजर रखी जा सकती है.
महाकुंभ में इनका प्रयोग पहली बार किया जा रहा है. हाई तकनीक और सिक्योरिटी वाले टीथर्ड ड्रोन कैमरे इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा कलेक्ट करते हैं. इनकी निगरानी के लिए एक्सपर्ट की टीम तैनात की गई है. इस बार महाकुंभ में देश विदेश से लगभग 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है.
टीथर्ड ड्रोन क्यों है खास?
महाकुंभ जिले के एसएसपी राजेश द्विवेदी के मुताबिक, यह सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण है. यह डेटा ट्रांसमिशन के लिए बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई वाली जगह से मेले की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है. पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन कैमरा तीसरी आंख का काम कर रही है.
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मेले में लगेंगे 2750 सीसीटीवी
टीथर्ड ड्रोन की मदद से मेले के पुलिस कंट्रोल रूम को महाकुंभ की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी. इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है. इसके अलावा किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है. एसएसपी राजेश द्विवेदी के मुताबिक, हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं. टीथर्ड ड्रोन के अलावा मेला क्षेत्र की निगरानी 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से की जा रही है. इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं.