जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की बिहार में चल रही चुनावी रैलियों पर आतंकी हमले की योजना का खुलासा हुआ है. इस खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियां एलर्ट हो गई हैं और प्रधानमन्त्री की रैलियों में कदम-कदम पसर सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगाहें लगी हुई हैं.
जानकारी मिली है कि प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकियों के संगठन से जुड़ी संस्था जस्टिस फॉर सिख ने बिहार में पीएम मोदी की रैली पर हमले की योजना बनाई है ताकि उनके संगठन की चर्चा एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो सके.
भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी आईबी ने बिहार पुलिस के स्थानीय अधिकारियों और आईबी के बिहार में मौजूद अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर मीटिंग कर अपनी जानकारी साझा की है.
आईबी अधिकारियों ने जानकारी दी है कि जस्टिस फॉर सिख नाम का संगठन चलाने वाले पन्नू पिछले काफी समय से सोशल मीडिया के ज़रिये समाज में ज़हरीली सोच का विस्तार करने में लगे हैं. भारत सरकार के खिलाफ युवाओं को भड़काने में यह संगठन जुटा हुआ है. पन्नू न्यूयार्क में रहता है और आईएसआई की मदद से भारतीय युवाओं को भड़काने और आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के काम में लगा हुआ है. इस संगठन ने प्रधानमन्त्री की सभा में हमला करने वाले को करोड़ों रुपये इनाम देने की घोषणा भी की है.
यह भी पढ़ें : नाराज़ युवक ने शादी में अड़ंगे लगाने वाले की रोजी छीन ली
यह भी पढ़ें : सिविल जज दीपाली शर्मा बर्खास्त
यह भी पढ़ें : मतदान के दौरान मंत्री ने किया कुछ ऐसा कि दर्ज हो गई FIR
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : घर-घर रावण दर-दर लंका इतने राम कहाँ से लाऊं
ख़ुफ़िया एजेंसियां इस जानकारी के बाद इसलिए भी एलर्ट पर हैं क्योंकि नरेन्द्र मोदी की ही जनसभा में 27 अक्टूबर 2013 को पटना के गांधी मैदान में हमला हो चुका है. मोदी के भाषण के दौरान अचानक हुए बम विस्फोटों से अफरातफरी मच गई थी लेकिन सुरक्षाबलों की सक्रियता से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ था.