जुबिली न्यूज़ डेस्क
असम और मिजोरम के लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों राज्यों की सीमा पर तनाव की स्थिति बन गई है। वहीं दोनों राज्यों की सरकारों ने सीमा पर हिंसक झड़प के बाद स्थिति पर चर्चा करने के लिए रविवार को केंद्र से बातचीत की।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मौजूदा स्थिति से प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) और केंद्रीय गृह मंत्रालय को अवगत करा दिया है।
बता दें कि हिंसक झड़प में कई लोग घायल हो गए। इलाके में स्थिति अब नियंत्रण में है। मिजोरम के कोलासिब जिले और असम के कछार जिले की सीमा पर ये घटना घटी।
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अधिकारियों के मुताबिक हिंसा प्रभावित क्षेत्र मिजोरम के वैरेंगते गांव के पास और असम के लैलापुर में सीआरपीएफ सहित सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है।
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पुलिस उपायुक्त ने कहा कि इलाके में लागू निषेधाज्ञा (144) के बावजूद वैरेंगते गांव की गुस्साई भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 20 अस्थायी झोपड़ियों और दुकानों को आग लगा दी, जोकि लैलापुर गांव के लोगों की थीं। घंटों तक चली इस हिंसक झड़प में मिजोरम के चार लोगों समेत कई लोग घायल हो गए।
झड़प में घायल एक व्यक्ति को कोलासिब जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसकी गर्दन में गहरा घाव होने के कारण उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं, तीन लोगों का इलाज वैरेंगते गांव के जनस्वास्थ्य केंद्र में किया गया। पुलिस के मुताबिक एक घायल को असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उपद्रवियों की वजह से बढ़ा तनाव
मिजोरम के कोलासिब जिले का वैरेंगते गांव राज्य का उत्तरी हिस्सा है, जिससे गुजरता राष्ट्रीय राजमार्ग-306 असम को इस राज्य से जोड़ता है। वहीं, असम के कछार जिले का लैलापुर इसका सबसे करीबी गांव है।
कोलासिब जिले के पुलिस उपायुक्त एच लल्थलंगलियाना ने कहा कि शनिवार शाम को लाठी-डंडे लिए असम के कुछ लोगों ने सीमावर्ती गांव के बाहरी क्षेत्र में स्थित ऑटो रिक्शा स्टैंड के पास कथित तौर पर एक समूह पर पथराव किया, जिसके बाद वैरेंगते गांव के निवासी भारी संख्या में एकत्र हो गए।
असम सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह घटना समुदायों में अशांति पैदा करने के लिए उपद्रवियों द्वारा की गई करतूत थी।
वहीं, कछार की उपायुक्त कीर्ति जल्ली ने भी अंतर-राज्यीय सीमा से सटे इलाके का दौरा किया और आश्वासन दिया कि दोनों राज्यों के लोगों के बीच अशांति पैदा करने की कोशिश करने वाले ‘असामाजिक तत्वों’ से प्रशासन उन्हें पूरी तरह से सुरक्षा मुहैया कराएगा।
त्रिपुरा-मिजोरम सीमा पर भी तनाव बना हुआ है
बता दें कि त्रिपुरा-मिजोरम सीमा पर पिछले कुछ दिनों से तनाव भी बढ़ रहा है। मिजोरम के ममित जिले के अधिकारियों के अनुसार, त्रिपुरा के एक स्वदेशी संगठन द्वारा क्षेत्र में एक मंदिर के प्रस्तावित निर्माण के कारण फूलडुंगसेई, ज़म्पुई और ज़ोमुअंटलांग गांवों में बड़े समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
मिजोरम के गृह सचिव लालबिअकसंगी ने अपने त्रिपुरा समकक्ष बरुण कुमार साहू को लिखे पत्र में कहा कि “कानून और व्यवस्था के टूटने और सांप्रदायिक झड़पों की आशंका” थी और उन्होंने इस विवाद के निपटारे के लिए एक संयुक्त स्पॉट सत्यापन के लिए सर्वे ऑफ इंडिया से अनुरोध किया है।
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