न्यूज डेस्क
विवादों में रहने वाले सपा सांसद आजम खान एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वह किसी विवादित बयान की वजह से नहीं बल्कि अपने भावनात्मक भाषण की वजह से हैं।
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान रामपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए इमोशनल हो गए। कई मामलों में एसआईटी जांच झेल रहे आजम ने सभा में मौजूद लोगों से पूछा-, ‘मुझे इतना बता दो कि आखिर मेरी खता क्या है? सिर्फ इतनी कि तुम्हारे बच्चों के हाथों में कलम दी।’
आजम यहीं पर नहीं रूके। उन्होंने आगे कहा- ‘मेरी आवाज को कमजोर मत होने दो, मुझे थकने मत दो। सपा सांसद ने कहा कि- ‘मेरे माथे पर लिखी बदनसीबी को पढऩे को कोशिश करो। पूरे हिंदुस्तान के लोगों से, बुद्धिजीवियों से, इंसाफ देने वालों से मैं जानना चाहता हूं कि आखिर मेरी खता क्या है? मुझे इंसाफ चाहिए।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मेरा गुनाह क्या है? इंसानियत और इंसान के लिए लडऩे वाला एक बेसहारा शख्स जो आज से 45 साल पहले तुम्हारे आंसू पोंछने आया था, जिसने तुम्हारे सूखे हुए जिस्मों में सांसे भरनी चाही थीं, जिसने गुलामी की जंजीरें तोड़ना चाही थीं, उसकी सारी खुशियां छीन ली गईं।’
आजम खान ने खुद को खुली किताब बताया। उन्होंने भावुक अंदाज में कहा, ‘एक ऐसी किताब जिसका एक भी लफ्ज और अक्षर मिटा नहीं है। इस किताब को झुठलाने वालों अपने जमीर से पूछो कि तुम कहां खड़े हो। तुम सरकार के चलाने वालों, शासन और प्रशासन कहने वालों एक बार खुद को सवाल करो।’ उन्होंने आगे कहा कि मैं रहा या न रहा लेकिन इस मजमे की तस्वीर रहेगी।
सपा सांसद आजम खान ने कहा, ‘चंद कदम के फासले पर यह एक इमारत है जो 40 बरस से सवालिया निशान बनी हुए थी। मैंने तुम्हारे बच्चों को इस दरवाजे के अंदर दाखिल कर दिया यह मेरा गुनाह था। उनके हाथ में कलम दे दी, यह मेरा गुनाह था।’ उन्होंने कहा कि मुझसे जाती इंतकाम लेने वालों याद रखना मरने के बाद आखिर में कब्र में हिसाब नहीं होगा। इस जमीन पर जो करोगे उसका हिसाब होगा।
गौरतलब है कि सपा सांसद आजम खान के खिलाफ 80 से अधिक मामलों में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आजम खान को बड़ी राहत देते हुए उनके खिलाफ 29 मामलों में गिरफ्तारी से रोक लगाई थी। उनके खिलाफ कई मामलों की जांच भी चल रही है।
वहीं एक मामले में वह 11 अक्टूबर को रामपुर के महिला थाने में एसआईटी के सामने पेश हुए थे। आजम खान अब तक 5 बार एसआईटी के सामने पेश हो चुके हैं। आजम खान ने आरोप लगाया कि उनके ऐसी बहुत सी जानकारियां मांगी जा रही हैं जिनका केस से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि यह हमारा अपमान हो रहा है।
मालूम हो कि यूपी की 11 सीटों पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होने हैं। रामपुर शहर की विधानसभा सीट भी इसमें शामिल है जो आजम खान के लोकसभा सांसद निर्वाचित होने के बाद खाली हुई है। इस सीट से समाजवादी पार्टी ने आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा को उम्मीदवार बनाया है। चुनाव प्रचार की कमान आजम खान और उनके परिवार के हाथ में है।