जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की मंत्रिपरिषद का रविवार को विस्तार किया गया. सरकार में सात और मंत्री शामिल किये गए. आइये आपको योगी सरकार में शामिल नये मंत्रियों से रूबरू करते हैं.
योगी आदित्यनाथ की सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किये गए जितिन प्रसाद ब्राह्मण हैं. शाहजहांपुर लोकसभा सीट से 2004 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार सांसद बने थे. वह पूर्व सांसद कुंवर जितेन्द्र प्रसाद उर्फ़ बाबा साहब के पुत्र हैं. जितिन प्रसाद की गिनती उत्तर प्रदेश के बड़े ब्राह्मण नेताओं में होती है. 2008 में वह केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री बने थे. वह 2009 में धौरहरा से दूसरी बार सांसद बने. संप्रग की दुबारा सरकार बनी तो जितिन को सड़क परिवहन, पेट्रोलियम और मानव संसाधन विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया.
2014 में मोदी लहर में जितिन हार गए. 2019 के चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2017 में वह शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन उसमें भी उनकी हार हुई. जितिन प्रसाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते हैं. उनके पिता कुंवर जितेन्द्र प्रसाद राजीव गांधी के राजनीतिक सलाहकार थे. वह शाहजहांपुर से चार बार लोकसभा सांसद रहे. 2000 में उन्होंने सोनिया गांधी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था.
राज्यमंत्री की शपथ लेने वाले पलटू राम गोंडा के परेड सरकार गाँव के रहने वाले हैं. बलरामपुर सदर सीट से 2017 में बीजेपी के टिकट पर वह पहली बार विधायक बने. पलटू राम खटिक बिरादरी से हैं. उनकी पत्नी ज्ञानमती गोंडा की जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं. 51 वर्षीय पलटू राम स्नातकोत्तर तक शिक्षित हैं. छात्र राजनीति से उनका सफ़र शुरू हुआ था.
राज्यमंत्री बनने वाले दिनेश खटिक आरएसएस के कार्यकर्ता रहे हैं. 2017 में इन्होंने मेरठ की हस्तिनापुर सीट से पहली बार चुनाव लड़ा था. बसपा प्रत्याशी योगेश वर्मा को हराकर वह विधानसभा पहुंचे थे. इनके पिता भी संघ के कार्यकर्ता थे. इनके भाई नितिन जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं.
राज्यमंत्री संगीता बलवंत बिंद गाजीपुर सदर से विधायक हैं. 42 वर्षीय संगीता छात्र राजनीति से आई हैं. वह पहली बार विधायक चुनी गई हैं और पिछड़ी जाति से आती हैं.
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राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति एमएलसी हैं. यह ओबीसी हैं. पश्चिमी यूपी का प्रतिनिधित्व करने वाले धर्मवीर माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष हैं. उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा पहले से ही मिला हुआ था. अब उन्हें सरकार में शामिल कर लिया गया है.
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राज्यमंत्री छत्रपाल सिंह गंगवार ओबीसी हैं. वह बरेली जिले की बहेड़ी सीट से विधायक हैं. वह दूसरी बार विधानसभा चुनाव जीते हैं. 65 वर्षीय छत्रपाल सिंह आरएसएस के प्रचारक रहे हैं.
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राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड सोनभद्र की ओबरा सीट से 2017 में पहली बार बीजेपी के टिकट पर विधायक बने. वह अनुसूचित जाति से सम्बन्ध रखते हैं. वह सरकार में अनुसूचित जाति का प्रतिनिधित्व करेंगे.
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