जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी चरम पर है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के दफ्तर में महागठबंधन की एक अहम बैठक ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
इस बैठक की पहली तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें तेजस्वी यादव केंद्र में नजर आ रहे हैं, जबकि उनके अगल-बगल वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और कांग्रेस नेता कृष्णा अलावरू मौजूद हैं। तस्वीर से साफ संदेश मिल रहा है कि यदि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है, तो तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री होंगे, जबकि मुकेश सहनी और कृष्णा अलावरू को उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिल सकती है।
बैठक में महागठबंधन के सभी घटक दलों के प्रमुख नेता शामिल थे। आरजेडी की ओर से 3, कांग्रेस से 4, सीपीआई (माले) से 1, सीपीआई और सीपीएम से 1-1, तथा वीआईपी से 1 प्रतिनिधि ने हिस्सा लिया।
इस दौरान सीपीआई (माले) के सचिव कुणाल और वीआईपी नेता मुकेश सहनी ने स्पष्ट किया कि तेजस्वी यादव सबसे बड़े दल के नेता हैं और वही महागठबंधन का चेहरा होंगे। यह ऐलान बिहार चुनाव में महागठबंधन की रणनीति को और मजबूत करता है।

तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहा है, और यह तस्वीर बिहार की सियासत में नए समीकरणों की शुरुआत का संकेत दे रही है। बिहार की सियासत में तेजस्वी यादव का कद लगातार बढ़ रहा है। जनता के बीच उनकी लोकप्रियता बरकरार है, लेकिन लोकसभा चुनाव में लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को अपेक्षित सफलता नहीं मिली।
बावजूद इसके, RJD को बिहार में सबसे ज्यादा वोट हासिल हुए, हालांकि यह परिणामों में तब्दील नहीं हो सका। अब RJD आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर नई रणनीति बना रही है।
पिछले चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बावजूद तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री की कुर्सी तक नहीं पहुंच सके, लेकिन इस बार वह हर संभव विकल्प तलाश रहे हैं ताकि उनकी सरकार बन सके।