जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने राज्य की सरकार पर कड़ी आलोचना की है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शासन में बिहार में 60,000 हत्याएं, 25,000 बलात्कार और पुलिसकर्मियों की हत्याएं और पिटाई हुई हैं। तेजस्वी ने कहा कि यदि इस बारे में सीएम से सवाल पूछा जाता है, तो वे इन घटनाओं का दोष 2005 से पहले की सरकार पर डाल देंगे।
सोमवार, 17 मार्च को पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए कई घटनाओं का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिला नालंदा में एक बच्ची की हत्या की घटना घटी, जिसमें उसकी पिंडली में कील ठोक दी गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और न ही कोई कार्रवाई की। तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है, और अब तो पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है, और लूट, हत्या, डकैती और बलात्कार जैसी घटनाएं आम हो गई हैं।
तेजस्वी ने एनसीआरबी के आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 20 वर्षों में बिहार में 60,000 से ज्यादा हत्याएं और 25,000 बलात्कार हुए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नीतीश सरकार के शासन में सबसे ज्यादा पुलिसकर्मियों की हत्या और पिटाई हुई है। उनका कहना था कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और अपराधी बेलगाम हो चुके हैं, जबकि पुलिस को अपराधियों से भागना पड़ रहा है।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार अपराधियों पर नियंत्रण पाने में पूरी तरह से विफल रही है और मुख्यमंत्री अपराधियों के सामने नतमस्तक हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता चुनावों में इस सरकार को जवाब देगी।
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इसके साथ ही तेजस्वी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि वे उनके फेक वीडियो और फोटो को एडिट करके वायरल कर रहे हैं। तेजस्वी ने इसे कानूनी रूप से गलत और महिलाओं का अपमान बताया। उन्होंने इस मामले में साइबर शाखा में शिकायत दर्ज की है और बिहार की जनता से अपील की कि वे फेक वीडियो पर विश्वास न करें, क्योंकि यह बीजेपी का काम है।