जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव अगले साल होने वाला है। इस वजह से कांग्रेस से लेकर बीजेपी ने अपनी तैयारी को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
हालांकि पांच राज्यों में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के लिए निराशा रही तो बीजेपी के लिए तीन राज्यों मिली जीत से उसके हौसले काफी बुलंद हो गए है।
दोनों ही पार्टी अब लोकसभा चुनाव को लेकर पूरा फोकस कर रही है। कल ही कांगे्रस ने लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर अपने संगठन में काफी बदलाव किया है जबकि बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर ठोस रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
इसके मद्देनजर भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ी बैठक कर पार्टी के बड़े नेताओं से लंबी बातचीत की है और एक लक्ष्य बनकार चलने की बात कही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संगठन के प्रमुख नेताओं से पार्टी का वोट प्रतिशत 10 प्रतिशत बढ़ाने की दिशा में काम करने को कहा है।
तीन हिंदी भाषी राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को मिली जीत के बावजूद बीजेपी किसी भी तरह से लोकसभा चुनाव को हल्के में नहीं ले रही है और तीसरी बात सत्ता में आने के लिए वो जमीनी स्तर पर पार्टी को और मजबूत बनाना चाहती है।
बीजेपी के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार आगामी लोकसभा चुनाव में 2019 के चुनावों की तुलना में भाजपा के वोट प्रतिशत में 10 प्रतिशत की वृद्धि करने का आह्वान किया।
साल 2019 के चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी को 37 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे, जबकि उसके नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को करीब 45 प्रतिशत वोट मिले थे. अब भाजपा ने 50 प्रतिशत वोट प्रतिशत हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
बताया जा रहा है इस बैठक में जहां जनता का पूरा विश्वास पूरा कैसे हासिल किया जाये तो दूसरी ओर अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर लंबी चर्चा हुई है।
लोकसभा चुनाव में किन-किन मुद्दों पर चुनाव लडऩा है, इसको लेकर लंबी वार्ता हुई और बीजेपी तीसरी बार सत्ता में लौटने का टारगेट रखकर चल रही है।