जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को एक बार फिर टारगेट किलिंग का मामला सामने आया है। दरअसल बांदीपोरा जिले में आतंकवादियों द्वारा मोहम्मद अमरेज नाम के एक प्रावासी मजदूर की गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया है।
गोली लगने के बाद आनन-फानन में उसको अस्पाताल लाया गया है लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया है। मरने वाला मजदूर अमरेज बिहार के मधेपुरा का रहने वाला बताया जा रहा है।
जहां एक ओर सुरक्षाबलों ने अपनी आक्रामक कार्रवाई से आतंकियों के हौसले को पस्त करना शुरू कर दिया लेकिन आतंकी निर्दोष लोगों की हत्या कर घाटी का माहौल बिगाडऩे लगे हैं।
अभी हाल में यहां पर टारगेट किलिंग की घटना अचानक से बढ़ गई है। इस साल जनवरी से अब तक पुलिस अधिकारियों, शिक्षकों और सरपंचों सहित कम से कम 18 से आधिक टारगेट किलिंग के तहत हत्या की गई है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने हाल ही में कहा थि अल्पसंख्यकों, नागरिकों और सरकार में लोगों को निशाना बनाने वाले केवल डर का प्रचार कर रहे हैं।
उनका कहना था कि ये हत्याएं इसलिए हो रही हैं, क्योंकि स्थानीय निवासियों ने उनके फरमान को मानना बंद कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा था कि घाटी के विभिन्न हिस्सों और समाज के विभिन्न वर्गों के सदस्यों पर हमला करके आतंकवादी अपनी उपस्थिति दिखाना चाहते हैं। कुल मिलाकर इस पूरी घटना से पूरी घाटी में डर का माहौल फिर से देखने को मिल रहा है और स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा है।