- अफगानिस्तान: तालिबान लागू करेगा अपना क्रूर कानून
- नेता तुराबी बोले- खौफ बनाए रखने को हाथ-गला काटने जरूरी
- तुराबी ने कहा कि गलती करने वालों की हत्या करने और अंग-भंग किए जाने का दौर जल्द लौटेगा
जुबिली स्पेशल डेस्क
काबुल। अफगानिस्तान अब तालिबान की गिरफ्त में है। अफगानिस्तान पर तालिबान का पूरी तहर से कब्जा हो गया है और वहां पर नई सरकार का गठन हो गया है।
जब तालिबान ने वहां पर सत्ता हासिल की थी तब उसने विश्व जगत के सामने कुछ वादे किये थे और बताया था कि वो पूरी तरह से बदल गया है। इतना ही नहीं उसने विश्व समुदाय से वादा किया था वो अपनी सरकार में सभी लोगों को जगह देगा लेकिन फिलहाल तालिबान पुराने रंग में लौट आया है, वहीं विश्व अब भी तालिबान में रिफॉर्म का इंतजार कर रही है लेकिन तालिबान ने तो कसम खा ली है कि वो नहीं सुधरेगा।
दरअसल तालिबान ने बड़ा ऐलान किया है और फिर पुराने दौर में लौटने का संकेत भी दे डाला है। तालिबान ने हाल में बड़ा ऐलान किया है और कहा है कि अफगानिस्तान में मौत की सजा और अपराधियों के हाथ-पैर काटने में विश्वास दिखाया है।
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ऐसे में तालिबान से न्याय व्यवस्था के सभ्य और दुनिया में स्थापित मापदंडों की उम्मीद रखने वाले लोगों को बड़ा झटका लगा है। तालिबान के संस्थापकों में शामिल मुल्ला नूरुद्दीन तुराबी मीडिया को बताया है कि फांसी और शरीर के अंगों को काटने सजा अफगानिस्तान में फिर से बहाल की जायेगी लेकिन उसने साथ यह भी कहा है कि सार्वजनिक प्रदर्शन नहीं किया जाएगा।
तुराबी ने आगे बताया है कि दुनिया को हमें ये नहीं बताना चाहिए कि हमारे कानून कैसे होने चाहिए, हम इस्लाम का पालन करेंगे और अपने कानून कुरान के आधार पर बनाएंगे।
बता दें कि अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाला तालिबान लगातार सुर्खियों में है। हालांकि सरकार बनाने से पहले उसने बड़े-बड़े वादे किये थे लेकिन वो अब खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं।
तालिबान ने जो-जो वादे किये थे उससे अब मुकरता नजर आ रहा है। आलम तो यह है कि महिलाओं को लेकर उसकी सोच में थोड़ा भी बदलाव नहीं हुआ है। इतना ही नहीं पूरे देश में शरिया कानून लागू करने की बात कह रही है।