जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. अफगानिस्तान पर कब्ज़ा ज़माने के बाद तालिबान ने शनिवार को अपना पहला आदेश जारी कर दिया है. तालिबान ने सरकारी और निजी सभी विश्वविद्यालयों को आदेश दिया है कि लड़कों और लड़कियों को एक ही कक्षा में न बिठाया जाए. तालिबान ने यह यह आदेश देने से पहले विश्वविद्यालयों के प्रबंधन के साथ तीन घंटे की बैठक की. तालिबान ने कहा है कि लड़कों और लड़कियों को अलग-अलग शिक्षा देने की व्यवस्था की जाए. अब दोनों साथ नहीं पढेंगे. अब तक अफगानिस्तान में अलग-अलग शिक्षा की भी व्यवस्था रही है और दोनों साथ में भी पढ़ते रहे हैं.
इस बैठक में तालिबान को बताया गया कि सरकारी विश्वविद्यालयों में लड़कों और लड़कियों की अलग-अलग पढ़ाई का इंतजाम किया जा सकता है लेकिन निजी संस्थानों में अलग-अलग कक्षाओं की व्यवस्था नहीं की जा सकती. अफगानिस्तान इस्लामिक अमीरात के उच्च शिक्षा प्रमुख मुल्ला फरीद ने कहा कि सह शिक्षा ही समाज में सभी बुराइयों की जड़ है. इसे हर हाल में खत्म किया जाना चाहिए.
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इस बैठक में यह सुझाव भी सामने आया कि बुजुर्ग शिक्षकों को लड़कियों को पढ़ाने की अनुमति दे दी जाए. निजी संस्थानों ने अलग-अलग कक्षाएं चला पाने में अपनी मजबूरी जताई लेकिन तालिबान ने कहा कि हमारे पास दोनों को एक साथ पढ़ाने का न कोई औचित्य है और न विकल्प.