जुबिली स्पेशल डेस्क
काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान ने अपनी जड़े मजबूत कर ली है। इतना ही नहीं पूरे अफगानिस्तान में उसका कब्जा हो चुका है और वो वहां पर बहुत जल्द नई सरकार गठन करने की तैयारी में है।
हालांकि तालिबान के कब्जे के बाद से अफरातफरी का माहौल है। लोगों का देश छोडक़र जाने का सिलसिला जारी है। इस बीच तालिबान ने सरकार गठन की तैयारी तेज कर दी है।
उधर तालिबान ने पंजशीर इलाके में घुसपैठ और तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि तालिबान के लड़ाकों ने मंगलवार रात को पंजशीर इलाके में घुसपैठ की कोशिश की है।
इतना ही दावा तो यहाँ तक किया जा रहा है कि पंजशीर में लड़ाई तेज हो गई है और तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस में भिड़ंत की खबर है। बताया जा रहा है कि पुल उड़ाकर रास्ता बंद करने की कोशिश भी की है।
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स्थानीय पत्रकार नातिक मालिकज़ादा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उसने अपने ट्वीट में कहा है की अफगानिस्तान के पंजशीर के एंट्रेंस पर गुलबहार इलाके में तालिबान लड़ाकों और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच मुठभेड़ हुई है और पुल उड़ाकर रास्ता बंद करने की कोशिश भी की गई है। इससे पहले सोमवार रात को भी तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच में जोरदार टक्कर देखने को मिली थी और 7-8 तालिबानी लड़ाकों के मारे जाने की बात सामने आ चुकी है।
बता दें कि भले ही तालिबान ने पूरे अफगानस्तिान में कब्जा करने का दावा कर रही है लेकिन पंजशीर अब भी तालिबान की पकड़ से दूर है। उधर तालिबान के खिलाफ मोर्चा खोल चुके अमरुल्ला सालेह लगातार चुनौती दे रहे हैं।
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बताया जा रहा है कि कई तालिबान विरोधी पंजशीर में जमा हैं और तालिबान को कड़ी चुनौती दे रहे है। अफगानी कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद और अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति रहे अमरुल्ला सालेह भी पंजशीर घाटी में है और तालिबानियों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।