चस्का ये चाय का मोहब्बत से भी लजीज है इश्क भी फीका पड़ जाए, चाय ऐसी चीज है प्रेमेन्द्र श्रीवास्तव दुनिया भर में सिर्फ दो ही चायवाले मशहूर हुए हैं एक तो आप सब जानते ही हैं और दूसरे को रोज लालबाग के नुक्कड़ पर देखते सुनते और …
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श्री कलिका चाट हाउस : मटर चाट दा जवाब नहीं
जायका लखनऊ का / कैसे पहुंचे शून्य से शिखर तक प्रेमेन्द्र श्रीवास्तव वो जमाना ही कुछ और था। लोग ईमानदार थे। मिलावट का दूर दूर तक अता पता नहीं था। देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। फूड इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों में देशवासियों की सेहत का ख्याल …
Read More »बड़े अदब से : ये रास्ते पहाड़ के…
आज बाढ़ की बाढ़ सी आयी हुई है। पहाड़ों पर तो पानी ढोेने वाले बादल फटे पड़ रहे हैं। मानो सरकारी काम कर रहे हो ‘यहीं उड़ेल दो कौन चेक कर रहा है!” लोग बादलों से रहम की गुहार लगा रहे हैं कि भइये रेगिस्तान का दिशा मैदान देख लो। …
Read More »बड़े अदब से : परपंच से पंचायत तक
प्रेमेन्द्र श्रीवास्तव हाल ही में कोरोना काल में पंचायत चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न हुए। निर्मल आनंद के वास्ते आपको एक बार पुन: उस दौर में ले चलते हैं। मेरे पीछे पीछे आइये। अंग्रेजी में फाॅलो मी। जोे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत बेटी को नहीं पढ़ा पाये हैं वे कतई …
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