प्रीति सिंह तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। इस लिहाज से पूरा माहौल चुनावी हो गया है। जहां सत्तारूढ़ अन्ना डीएमके अपने कामकाज के भरोसे सत्ता में आने का सपना देख रही है तो वहीं विपक्षी दल डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन के भी लोकसभा चुनाव में मिली भारी-भरकम …
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महिलाओं ने एक सुर में कहा, लव-जिहाद पर कानून नहीं जागरूकता की जरूरत
प्रीति सिंह पूरे देश में शादी के लिए धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून बनाने की तैयारियों पर बहस तेज हो गई है। पांच बीजेपी शासित राज्यों में लव-जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की पूरी तैयारी की जा रही है। यूपी में लव जिहाद को लेकर कानून के प्रस्ताव पर विचार …
Read More »स्मृतियों में जिंदा कलाम प्रेरणा भी हैं और आइना भी
प्रीति सिंह अधिकांश माता-पिता अपने बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए पूर्व राष्ट्रपति डा.एपीजे अब्दुल कलाम की कही बातों का जिक्र करते हैं। वह बड़े ही गर्व के साथ अपने बच्चों को उनके अनमोल विचार और उनकी उपलब्धियों को बताते हैं। और जब बच्चे उनसे पूछते हैं कि आप उन्हें …
Read More »दुश्मन के शव के साथ भी ऐसा नहीं होता, ये तो फिर अपने हैं
प्रीति सिंह दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में इंसानी सभ्यताओं के विकास की कहानियां और रस्मों रिवाज भले ही कितने अलग क्यों न हो लेकिन कुछ बातें एक जैसी होती हैं। जैसे शवों के सम्मान की परंपरा। हर जगह दुश्मन तक के शव के सम्मान देने का चलन है, लेकिन कोरोना …
Read More »बिहार चुनाव : विरोधी दलों के लिए कठिन है डगर
प्रीति सिंह बिहार अब पूरी तरह चुनावी मोड में है। चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। सियासी पिच पर दो-दो हाथ करने के लिए तमाम दल उतरने लगे हैं, लेकिन इस लड़ाई में सत्तारूढ़ दल विपक्ष पर भारी पड़ता दिख रहा है, क्योंकि राज्य में विपक्ष न सिर्फ बिखरा हुआ है …
Read More »पहले भी आ चुका है कोरोना, बस नया वाला थोड़ा अलग है
प्रीति सिंह 2013 में विश्व स्वास्थ्य संगठन वैसे ही सर्तक हुआ था जैसे दिसंबर 2019 में चीन में कोरोना वायरस के मरीज पाये जाने पर। उस समय मिडिल ईस्ट देशों में कोरोना वायरस की मौतों के बाद डब्ल्यूएचओ हरकत में आ गया था और दुनिया भर के देशों के लिए …
Read More »एक बार फिर रामायण देखना सुखद अनुभव
प्रीति सिंह शायद ही किसी ने सोचा होगा कि उन्हें वह रामायण देखने को मिलेगा, जिसके बारे में वह घर के बड़े-बुजुर्गों से सुनते आए थे। 33 साल पहले दूरदर्शन पर दिखाए गए रामायण के बारे जब घर के बड़े-बुजुर्ग बताते थे तो उनकी आंखों की चमक बढ़ जाती थी। …
Read More »गैरराजनीतिक विरोध की मिसाल बनी शाहीनबाग की महिलाएं
प्रीति सिंह कहते हैं कि जहां सड़के खामोश होती हैं वहां शासन आवारा हो जाता है। भारत के परिप्रेक्ष्य में ऐसा ही कुछ है। पिछले छह साल से भारत की सड़कें खामोश थी। शायद इसीलिए सरकार की मनमानी चरम पर पहुंच गई, लेकिन कहते हैं न देर आए दुरुस्त आए। …
Read More »क्या संभव है प्लास्टिक से मुक्ति
प्रीति सिंह दुनिया के कई देशों में प्लास्टिक पर पाबंदी लगी है। भारत में भी कई सालों से जोर-शोर से प्लास्टिक पर पाबंदी की मांग उठती रही है। हालांकि भारत के कई राज्यों में प्लास्टिक प्रतिबंधित है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ। वर्तमान में प्लास्टिक मानवजाति के लिए ही नहीं …
Read More »अस्तित्वविहीन होते जंगल और पर्यावरण
प्रीति सिंह प्रकृति में हर चीज का अपना महत्व है। प्रकृति में उपलब्ध हवा, मिट्टी और पानी सीमित रूप से ही जीवन को पाल सकती है। प्रकृति सबको स्वतंत्र रूप से निशुल्क सब कुछ देती है और हमेशा अपेक्षा करती है कि हम इसकी अहमियत को समझेंगे। पर वर्तमान परिवेश …
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