शबाहत हुसैन विजेता मेरे पसंदीदा शायर बशीर बद्र ने लिखा था, “उम्र बीत जाती है एक घर बनाने में, तुम तरस नहीं खाते बस्तियां जलाने में” यह शेर हालांकि उनका खुद का दर्द था. यह शेर मेरठ में हुए दंगे से निकला था. मगर हकीकत की ज़िन्दगी में खुद को …
Read More »Tag Archives: चन्द्रशेखर
वीपी सिंह के दौर में हुई थी सियासत में चरित्र हनन की शुरुआत
शबाहत हुसैन विजेता राजा नहीं फकीर है, भारत की तकदीर है. ये नारा अचानक से लोगों की ज़बान पर चढ़ गया था. बुलेट मोटर साइकिल पर सवार इलाहाबाद की सड़कों पर घूमते राजा मांडा सिर्फ एक संसदीय क्षेत्र का भ्रमण नहीं कर रहे थे बल्कि हिन्दुस्तान की सियासत को बदलने …
Read More »मैं दैत्यों की सभा में (गुरु) शुक्राचार्य था…
राजशेखर त्रिपाठी अमर सिंह भी मर ही गए ! इसे किसी संवेदनहीन और रूखी टिप्पणी की तरह मत देखिए। धरती पर ‘अमर’ कोई नहीं है, नाम भले ही अमर हो। अब सौ टके का सवाल ये है कि भारतीय राजनीति के इतिहास में उनकी सीट ‘अमर’ रहेगी या नहीं ? …
Read More »चन्द्रशेखर की किताब के बहाने नेहरू परिवार पर निशाने का हिट मंत्र
केपी सिंह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सफलता का सबसे बड़ा राज उनके आत्मविश्वास का बुलंद स्तर है। जिसके कारण विभिन्न विषयों की आधी अधूरी जानकारी और उनके अटपटे मिलान के बावजूद जन मानस में उनका भाषण हिट हो जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर पर उनके पत्रकार के रूप में …
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