Tuesday - 29 October 2024 - 8:15 AM

Tag Archives: democracy

आजादी मिलने के 73 वर्ष के भीतर ही स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों की बात करना कैसे राष्ट्रद्रोह हो गया ?

डॉ सुनीलम आजादी मिलने के 73 वर्ष बाद लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद, बन्धुता के मूल्यों की दुर्गति हम सब देख ही रहे हैं। देश भर में कोरोना के चलते स्वतंत्रता दिवस वैसा रंगीन और विविधतापूर्ण नहीं होगा जैसा कि अब तक होता आया है। हर 15 अगस्त पर मैं सोचता हूं …

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तुम्हारा पोस्टर हमारा पोस्टर

शबाहत हुसैन विजेता नयी उम्र के लोगों ने मुनादी नहीं सुनी होगी। पुराने दौर में मुनादी बड़ा कारगर तरीका हुआ करती थी। ढोल नगाड़ों से भीड़ जमा कर लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का जरिया हुआ करती थी मुनादी। सरकार को किसी फरार मुजरिम को पकड़ना होता था या फिर …

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कांग्रेस में ज्योतिरादित्य के रहते यह थी असली समस्या

केपी सिंह 1980 में भिण्ड में मैंने आलोक निशा के नाम से साप्ताहिक पत्र का संपादन किया था जो खूब लोकप्रिय हुआ था। इसके स्वाधीनता दिवस विशेषांक में सनसनीखेज कवर स्टोरी प्रकाशित की गई थी जिसका शीर्षक था उत्तरी मध्य प्रदेश के कांग्रेसजनों ने हाईकमान को सौंपा ज्ञापन-घरभेदी माधव राव …

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यूपी बन गया है सरकारी हिंसा का “इपी सेंटर”, यशवंत सिन्हा का योगी पर हमला

जुबिली न्यूज़ डेस्क लखनऊ। पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा है कि केंद्र सरकार ने पिछले कुछ समय से ऐसे कदम उठाए हैं जिसकी वजह से देश में भय का माहौल है और हर तरफ एक कोलाहल सुनाई दे रहा है। पूरे देश में भय से आक्रांत लोगों का …

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डंके की चोट पर : क्या चौकीदार को मिल गया है मालिकाना हक

शबाहत हुसैन विजेता हिन्दुस्तान की अवाम ने जिसे मुल्क की चौकीदारी सौंपी थी वही अब हर दरवाज़ा खटखटाकर घर के मालिकाना हक के कागज़ मांग रहा है। सियासत के जरिये चौकीदारी के रास्ते मालिक बन जाने की इस कलाकारी ने लोकतंत्र में विरोध के सुरों को भी दबा दिया है। …

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अजय कुमार लल्लू ने पूछा- तानाशाही और अफसरशाही किसके दम पर हो रही

जुबिली न्यूज़ डेस्क उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश में बढ़ रही अफसरशाही को लोकतांत्रिक मूल्यों की अनदेखी पर सरकार को घेरा है। उन्होंने बिजनौर में कोर्ट के अंदर हुई हत्या पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पूरे सूबे में अराजकता का माहौल है। उन्होंने कहा कि …

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आगे भी कुछ है लोकतंत्र के पार

केपी सिंह  सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने अपने खिलाफ लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पूरे सिस्टम में विस्फोट कर दिया है कि कुछ बड़ी ताकतें प्रधानमंत्री कार्यालय को निष्क्रिय करना चाहती हैं। उनकी अगुवाई करने वाली पीठ में कुछ संवेदनशील मामले सूचीबद्ध हैं। उन्होंने …

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