नवेद शिकोह हिंदी हमारी मातृ भाषा भी है और राष्ट्र भाषा भी। विभिन्न भारतीय भाषाओं के जंगल की राजा हिंदी बेचारी सर्कस के शेर जैसी हो गई है। व्यवसायिकता ने इस पर बहुत अत्याचार किए हैं। हिन्दी अखबार और हिन्दी फिक्शन इंडस्ट्री (हिन्दी सिनेमा, टीवी धारावाहिक, विज्ञापन इत्यादि) हिन्दी भाषा …
Read More »