श्रीश पाठक यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि नागरिकता संशोधन कानून पर तथ्य से अधिक संदेहों एवं तर्क से अधिक अफवाहों पर जोर दिया जा रहा है । विपक्ष जहाँ सही प्रश्न करने में नाकाम रहा है वहीं सत्ता पक्ष मानो जानबूझकर अपने स्पष्टीकरणों में तनिक आलस बरत रहा है । …
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