शुभ्रा सुमन मैं स्कूल में पढ़ती थी जब ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ पहली बार देखी थी.. शाहरूख पसंद आता था, फिल्म दिल में बस गई थी.. फिल्म में जब सिमरन बगावत करना चाहती है तो राज उसे समझाता है, ‘बड़ों के आशीर्वाद से तुम्हें अपनाना चाहता हूं..’ जब सिमरन की …
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“द लास्ट मेसेज”
शुभ्रा सुमन उसने खिड़कियां बंद कर दीं और पर्दा गिरा दिया.. दिन में अंधेरे की अनुभूति अद्भुत होती है.. संसार का अंधकार सजीव हो उठता है.. रोशनी में जो घटता है उसमें एक तरह का स्याहपन है.. अंधेरा सिर्फ अंधेरा है.. उसमें दुनियावी आडंबर और संकरता नहीं है.. अंधेरा ही …
Read More »चुनावी शोर में दब गई बनारसी बुनकरों के करघे की आवाज़
शुभ्रा सुमन बनारस का नाम जब भी लेते हैं तो बनारसी साड़ियां किसे याद नहीं आती , साथ ही याद आते हैं वो बुनकर जो इस शहर की पहचान हैं . बुनकरी बनारस की परंपरा ही नहीं यहां की संस्कृति का हिस्सा है. बनारस में बुनकरों की तादाद चार लाख …
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