गिरीश तिवारी एक कहावत है झूठ के पाव नहीं होते, लेकिन सोशल मीडिया के जमाने में यह कहावत चरितार्थ होती नहीं दिख रही है। सोशल मीडिया ने फर्जी खबरों को पाव नहीं पंख दे दिया है। कोई भी खबर हो या अफवाह मिनटों में कश्मीर से कन्याकुमारी पहुंच जाती है …
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