सुरेन्द्र दुबे कहते हैं कि 12 साल में घूरे के दिन भी बदल जाते हैं। इस कहावत का सीधा सा मतलब यह है कि किसी को जीवन में निराश नहीं होना चाहिए। जीवन एक उतार-चढ़ाव भरी खूबसूरत यात्रा है जिसमें कभी भी किसी के अच्छे दिन आ सकते हैं। मैं …
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रेलवे के आर्थिक हालात जर्जर, पेंशन देने लायक पैसे भी नहीं
जुबिली न्यूज़ डेस्क नई दिल्ली. भारतीय रेल दुर्दिनों से गुज़र रही है. कोरोना की वजह से रेलगाडियां खड़ी हो गई हैं. रेलगाडियां खड़ी हो जाने से रेलवे की हालत आर्थिक रूप से काफी जर्जर हो गई है. हालात यह हो गए हैं कि रेलवे के पास अब अपने रिटायर्ड कर्मचारियों …
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